शंघाई सहयोग संगठन की संपर्क बैठक: भारत के विदेश मंत्री पहुंचे तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे, शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में अफगानिस्तान को दिया सहयोग का आश्वासन
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन की ओर से आयोजित बैठक में भाग लिया। इस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने अफगानिस्तानियों के सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में शांति की प्रक्रिया जारी है
नई दिल्ली।
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S.Jaishankar) ने बुधवार को तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे (Dushanbe capital of Tajikistan) में शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organization) की ओर से आयोजित बैठक में भाग लिया। इस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने अफगानिस्तानियों के सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में शांति की प्रक्रिया जारी है और हम अफगानियों को झुकने नहीं दे सकते। शांति प्रक्रिया का जल्दी अमल में आना सबसे जरूरी है। दोहा, इस्तांबुल और मॉस्कों में हुए समझौतों के आधार पर हमें आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि भले ही अफगानिस्तान का पिछला इतिहास कैसा भी रहा हो लेकिन अब उसका भविष्य नहीं हो सकता है। आज हर नई पीढ़ी की अलग ही उम्मीदें होती हैं। हमें उन्हें गिरने नहीं देना है।
अफगानिस्तान (Afghanistan) में बिगड़ते हालातों के चलते हाल ही में भारत ने कंधार से अपने राजनयिकों (diplomats from Kandahar)को वापस बुलाया है। India का कहना है कि उसकी अफगानिस्तान में चल रही हिंसा पर पैनी नजर बना रखी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रूस, चीन जैसे देशों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का हमेशा से यह मानना रहा है कि शांति प्रक्रिया अफगानिस्तान की लीडरशिप में और उनके ही द्वारा होनी चाहिए। Jai shankar ने पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान के दखल और उसकी ओर से तालिबान के सहयोग को लेकर कहा कि भारत और अफगानिस्तान इस को लेकर चिंतित है। इस बयान से उन्होंने पाकिस्तान की ओर से तालिबान को मदद किए जाने पर भी निशाना साधा। आप को बता दें कि शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की काउंसिल और अफगानिस्तान पर SCO संपर्क समूह की बैठकों में हिस्सा लेने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर तजाकिस्तान के दुशांबे पहुंचे थे।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री से भी की थी मुलाकात
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों (American soldiers)की वापसी के बीच तालिबान ने कई इलाकों पर कब्जा कर लिया है। कई जगहों से अफगान आर्मी और तालिबान के टकराव की खबरें अभी भी आ रही है। इसी बीच दुशांबे में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद हनीफ अतमर (Afghan Foreign Minister Mohammad Hanif Atmar) से मुलाकात की। दोनों के बीच पॉलिटिकल, सिक्योरिटी और शांति प्रक्रिया पर चर्चा हुई। यह बैठक ऐसे समय में हुई, जब तालिबान अफगानिस्तान के अधिकतर इलाकों को तेजी से अपने कंट्रोल में ले रहा है। पूरी दुनिया इस वक्त मामले को गंभीरता से ले रही है।
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