Narmada के पानी के लिए संघर्ष: नर्मदा नीर संघर्ष समिति की ललकार जनता की अनदेखी प्रशासन व सरकार को पड़ेगी भारी, उग्र आंदोलन की चेतावनी
जालोर जिले के वासियों को पेयजल संकट से निजात दिलवाने की मांग को लेकर नगरवासियों द्वारा गठित नर्मदा संघर्ष समिति द्वारा प्रारम्भ आंदोलन के तहत सोमवार को स्थानीय एसडीएम कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया।
भीनमाल जालोर।
जालोर(Jalor) जिले के वासियों को पेयजल संकट से निजात दिलवाने की मांग को लेकर नगरवासियों द्वारा गठित नर्मदा संघर्ष समिति(Narmada Sangharsh Samiti) द्वारा प्रारम्भ आंदोलन के तहत सोमवार को स्थानीय SDM कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हस्ताक्षर अभियान (signature campaign)चलाया। वही छठे दिन हिन्दू सेवा समिति व माघ संस्थान के बैनर तले प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए छठे दिन नर्मदा परियोजना ईआर प्रोजेक्ट का पानी शीघ्र उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर हिन्दू सेवा समिति व महाकवि माघ संस्था के नेतृत्व में पीएम व सीएम के नाम तहसीलदार रामसिंह राव को ज्ञापन सौंपा गया।
नर्मदा नीर आंदोलन को मिला जनसमर्थन,
नर्मदा नीर(Narmada Neer)को लेकर नगरवासियों द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से प्रारम्भ आंदोलन अब धीरे—धीरे जोर पकड़ता नजर आ रहा है। आंदोलन को सफल बनाने के लिए क्षेत्र के सभी सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक व स्वयंसेवी संगठन बढ़ चढ़कर आगे आ कर सीएम के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद थे।
मंगलवार को भारत विकास संस्थान देगा ज्ञापन
वहीं दूसरी ओर आंदोलन के दौरान मंगलवार को भारत विकास संस्थान द्वारा पीएम व सीएम के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा। एक बजे भगवान वराहश्याम मंदिर सत्संग भवन में मातृ शक्ति की बैठक का आयोजन होगा। इसमें आंदोलन को लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत आगे बढ़ाने के लिए हर घर से अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी सुनिश्चित करने व महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। बुधवार को भारतीय किसान संघ, गुरूवार को भरूड़ी गांव की मातृशक्ति संगठन व शुक्रवार को ट्रेक्टर यूनियन द्वारा ज्ञापन सौपा जाएगा। 31 अगस्त को जनहित संघर्ष समिति भीनमाल व 1 सिंतबर को सरपंच संघ पंचायत समिति भीनमाल द्वारा ज्ञापन सौपा जाएगा।
क्या है नर्मदा नीर प्रोजेक्ट
वर्ष २००८ में तत्कालीन राज्य सरकार द्वारा भीनमाल सहित जालोर जिले को पेयजल से छूटकारा दिलवाने के लिए नर्मदा परियोजन बनाई गई। इसमें भीनमाल शहर सहित विधानसभा क्षेत्र के 306 गांवों व करीब 11 सौ ढाणियों के लिए नर्मदा परियोजना ईआर प्रोजेक्ट बनाया गया था। वर्ष 2013 में राज्य सरकार द्वारा उक्त जालोर जिले के भीनमाल विधानसभा क्षेत्र की जीवन रेखा माने वाली ईआर परियोजना को मंजूर कर बजट आंवटन किया गया, लेकिन इसके बाद निर्वाचित राज्य सरकार, स्थानीय जनप्रतिनिधियो व प्रशासनिक अधिकारियो की अनदेखी व नर्मदा विभाग के अधिकारियो की लापरवाही की वजह से करीब आठ वर्ष में 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो पाया है। जबकि उक्त योजना का कार्य 2026 में पूर्ण करना प्रस्तावित था।
ज्ञापन में ये रहे उपस्थित
हिन्दू सेवा समिति के संरक्षक व पूर्व पालिका अध्यक्ष सांवलाराम देवासी, अध्यक्ष मोहन लाल परिहार, शेखर व्यास , जबराराम भाटी, डॉ घनश्याम व्यास,केदार बोहरा,कालुसिंह सोलंकी, राजेश सोलंकी, प्रेमसिंह राजपुरोहित, केवलाराम, सांवलसिंह राव, कपुरचंद माली, जेरुपाराम माली, सुरेश बोहरा मीडिया, मोहनसिंह सिसोदिया , सालूराम भाड़का , सुरेश वोरा , जोरावरसिंह राव , पारस घाची , कुलदीप यागी , शैतानसिंह भाटी , दिनेश वत्सल , जीवन बंजारा , पं. प्यारेलाल राज व्यास , भावेश भाई , राजू ,हेमलता महात्मा सहित कई लोग मौजूद थे।
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