विदेशों में भारतीयों का काला धन: कांग्रेस के बाद भाजपा के राज में भी स्विस बैंकों में लगातार बढ़ रहा है कालाधन, कालाधन वापस लाने वाली सभी घोषणाएं सिर्फ चुनावी एजेंड़ा

विदेशी बैंकों में भारतीयों का कालाधन लगातार बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि स्विस बैंक में भारतीयों और भारतीय फर्मों ने साल 2020 में ख़ूब पैसे जमा किए हैं। ये पैसे भारत स्थित ब्रांचों और अन्य वित्तीय संस्थानों के ज़रिए भी भेजे गए हैं। स्विटजरलैंड के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को वार्षिक डेटा जारी किया था।

कांग्रेस के बाद भाजपा के राज में भी स्विस बैंकों में लगातार बढ़ रहा है कालाधन, कालाधन वापस लाने वाली सभी घोषणाएं सिर्फ चुनावी एजेंड़ा

नई दिल्ली, एजेंसी। 
विदेशी बैंकों में भारतीयों का कालाधन (Black money) लगातार बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि स्विस बैंक (Swiss bank ) में भारतीयों और भारतीय फर्मों ने साल 2020 में ख़ूब पैसे जमा किए हैं। ये पैसे भारत स्थित ब्रांचों और अन्य वित्तीय संस्थानों के ज़रिए भी भेजे गए हैं। स्विटजरलैंड (Switzerland ) के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को वार्षिक डेटा जारी किया था। समाचार एजेंसी के आंकड़ों के आधार पर बताया है कि साल 2020 में स्विस बैंकों में भारतीयों का पैसा बढक़र 20,700 करोड़ रुपए से ज़्यादा हो गया है। हालांकि साल 2019 के अंत में स्विस बैंकों में भारतीयों का पैसा 6625 करोड़ रुपए  बताया जा रहा था, लेकिन साल 2020 में ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है। स्विस बैंकों में भारतीयों का व्यक्तिगत, कंपनियों का पैसा 2020 में बढक़र 2.55 अरब स्विस फ्रैंक (20,700 करोड़ रुपये से अधिक) पर पहुंच गया। यह वृद्धि नगद जमा के तौर पर नहीं बल्कि प्रतिभूतियों, बांड समेत अन्य वित्तीय उत्पादों के जरिए रखी गई होल्डिंग से हुई है। इस दौरान ग्राहकों की जमा राशि कम हुई है। स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक द्वारा गुरुवार को जारी सालाना आंकड़े से यह जानकारी मिली।
जानकारी के मुताबिक SNB ने कहा कि ग्राहक खाता जमा के रूप में वर्गीकृत कोष वास्तव में 2019 की तुलना में कम हुआ है। 2019 के अंत में यह 55 करोड़ स्विस फ्रैंक था। ट्रस्ट यानी न्यास के जरिए रखा गया धन भी 2019 में 74 लाख स्विस फ्रैंक के मुकाबले पिछले साल आधे से भी कम हो गया है। हालांकि, दूसरे बैंकों के माध्यम से रखा गया कोष 2019 के 8.8 करोड़ स्विस फ्रैंक के मुकाबले तेजी से बढ़ा है। 2019 में चारों मामलों में कोष में कमी आई थी। ये आंकड़े बैंकों ने SNB को दिए हैं। यह भारतीयों द्वारा स्विट्जरलैंड के बैंकों में रखे जाने वाले काले धन के बारे में कोई संकेत नहीं देता है। इन आंकड़ों में वह राशि भी शामिल नहीं है जो भारतीय, प्रवासी भारतीय या अन्य तीसरे देशों की इकाइयों के जरिये स्विस बैंकों में रख सकते हैं। एसएनबी के अनुसार, उसका आंकड़ा भारतीय ग्राहकों के प्रति स्विस बैंकों की कुल देनदारी को बताता है। इसके लिए स्विस बैंकों में भारतीय ग्राहकों के सभी प्रकार के कोषों को ध्यान में रखा गया है। इसमें व्यक्तिगत रूप से, बैंकों और कंपनियों से प्राप्त जमा शामिल हैं। इसमें भारत में स्विस बैंकों की शाखाओं से प्राप्त आंकड़े गैर-जमा देनदारी के रूप में शामिल हैं। कुल मिलाकर स्विस बैंकों में विभिन्न देशों के ग्राहकों की जमा राशि 2020 में बढक़र करीब 2,000 अरब स्विस फ्रैंक पहुंच गई। इसमें से 600 अरब स्विस फ्रैंक विदेशी ग्राहकों की जमा राशि है।

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