ये राजस्थान है साहब, गरीब पर नियम लागू : गहलोत सरकार के राज में गरीबों पर मार, सब्जी बेचने वाले परिवार को सिरोही नगर परिषद ने किया सीज, जबकि आबू रोड में गुजरातियों को बार में बैठाकर पिलाई जा रही है शराब

राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार, यहां गरीबों पर सभी नियम कायदे लगाए जाते है, इसमें भी अगर गरीब दो वक्त की रोटी के लिए थोड़ी भाग दौड़ कर लें, और गलती से सरकार के नियमों की अवेहलना हो जाए तो मानो उसने सरकार की तौहीन कर दी, ऐसे में उसको सजा देना तो सरकारी कारिदों की शान है।

गहलोत सरकार के राज में गरीबों पर मार, सब्जी बेचने वाले परिवार को सिरोही नगर परिषद ने किया सीज, जबकि आबू रोड में गुजरातियों को बार में बैठाकर पिलाई जा रही है शराब

सिरोही। 
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार, यहां गरीबों पर सभी नियम कायदे लगाए जाते है, इसमें भी अगर गरीब दो वक्त की रोटी के लिए थोड़ी भाग दौड़ कर लें, और गलती से सरकार के नियमों की अवेहलना हो जाए तो मानो उसने सरकार की तौहीन कर दी, ऐसे में उसको सजा देना तो सरकारी कारिंदों की शान है। अब आप को लग रहा होगा कि राजस्थान की सरकार तो ऐसी नहीं है, लेकिन जनाब आप को बता दे कि यह हम नहीं कह रहे, सरकार की कार्यशैली ही बोल रही है। 
मामला राजस्थान के सिरोही जिले से जुड़ा हुआ है। यहां आज रविवार 16 मई 2021 को स्थानीय प्रशासन ने एक गरीब परिवार के 2 मासूम बच्चों सहित एक महिला को मकान में कैद कर दिया। या यूं कहा जाए कि प्रशासन ने मासूम बच्चों के साथ महिला को एक मकान में बंद करते हुए सीज की कार्रवाई कर दी। इस गरीब परिवार का कसूर बस इतना सा था कि उसने राजस्थान सरकार की ओर से निर्धारित समय के बाद सब्जी बेच दी, हैं ना चौंकाने वाली बात। वहीं दूसरी ओर सिरोही जिले में ही सरेआम पुलिस की नाक के नीचे होटल एंड बार में शराब परोसी जा रही है, वहां ना तो पुलिस प्रशासन पहुंच कर सीज की कार्रवाई कर रहा है, और ना ही जिला प्रशासन।  
ऐसे में सवाल उठना तो लाजमी है, सवाल उन जिम्मेदारों से है जिनकी मिली भगत से बार में शराब परोसी जा रही है, सवाल उन जिम्मेदारों से है जिन्होंने मासूम बच्चों तक पर रहम नहीं किया और उनको ताले में बंद कर दिया। सवाल उन जन प्रतिनिधियों से भी है जो जनता के लिए स्वयं को दिन रात समर्पित बताते हैं  ! पेश है सिरोही से गणपत सिंह मांडोली और गजेंद्र सिंह राठौड़ की खास रिपोर्ट:—

आबू रोड मावल बॉर्डर पर होटल अतिथि एंड बार

सिरोही जिले की आबूरोड़ तहसील के मावल बॉर्डर पर स्थित अतिथि होटल एन्ड बार में लॉक डाउन के बावजूद ग्राहकों को शराब परोसी जा रही है। जिम्मेदार इस बार संचालक पर कार्रवाई करने की बजाए उल्टा इसे संरक्षण देते नजर आ रहे हैं। राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए पूरे राज्य में सम्पूर्ण लॉक डाउन लगा रखा हैं। वहीं दूसरे प्रदेशों से आने वाले सभी लोगों की बॉर्डर पर ही जांच कर उनकी RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट लेकर ही उन्हें राज्य में प्रवेश देने के लिए सभी जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दे रखे हैं। इसके बावजूद सिरोही जिले में गुजरात से आने वाले शराब के शौकीनों की एंट्री हर रोज आसानी से हो रही हैं। आबूरोड़ के मावल बॉर्डर के पास स्थित अतिथि होटल एन्ड बार में आने वाले गुजराती लोगों को खुलेआम शराब परोसने का काम जारी हैं। रविवार को इस बार का स्टिंग किया गया तो सामने आया कि इस बार में संचालक द्वारा बेझिझक शराब की विभिन्न ब्रांड उपलब्ध करवाने की बात कहते हुए खुले गार्डन में लगे टेबल पर बैठने तक का ऑफर किया जा रहा है।

आप को बता दें कि यहां पहले से ही कुछ लोग शराब का सेवन कर रहे थे। पांच गुजराती युवक बियर और विस्की की चुस्कियां लगा रहे हैं। जब काउंटर पर बैठे व्यक्ति से पूछा कि लॉक डाउन हैं, और सभी होटल बार बन्द हैं ऐसे में अगर हम यहां बैठकर शराब पियेंगे तो पुलिस तो आकर हमें परेशान नहीं करेगी। तो बार संचालक ने कहा "आप निश्चिंत होकर बैठिए और शराब का सेवन कीजिए, यहां ना तो पुलिस आएगी और ना ही कोई अधिकारी, हमारी सब सेटिंग हैं।" 

पुलिस चौकी के पास ही है होटल 
आपको बता दें ये बार जहां पर स्थित हैं, उससे बिल्कुल सटी हुई आबूरोड़ की मावल पुलिस चौकी हैं। पुलिस चौकी और इस बार के बीच सिर्फ एक दीवार का ही फ़ासला हैं। वहीं जिला प्रशासन द्वारा बॉर्डर पर लगाई गई चैकपोस्ट भी इसी बार के आगे लगी हुई हैं। जहां जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक से लेकर जिले के कई विधायक भी यहां आकर बॉर्डर का जायजा लेते हैं। पर इन सबके बावजूद किसी भी जिम्मेदार अधिकारी या विधायक की नज़र इस बार पर नहीं पड़ती, जो प्रदेश सरकार के आदेशों को धत्ता बताते हुए खुलेआम बार का संचालन कर रहा हैं।


इधर, घर से सब्जी बेचने वाले घर में ही सीज


सिरोही जिले में नियम कायदों को ठेंगा दिखाकर बार में शराब परोसने वालों पर कार्रवाई करने की बजाए आज सिरोही में प्रशासन की एक अजीबो गरीब कार्रवाई देखने को मिली। जहाँ सिरोही शहर में अपने घर से सब्जी बेचने वाली एक महिला के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नगरपरिषद के अधिकारियों कर्मचारियों ने उस महिला का घर ही सीज कर दिया। परिषद की इस कार्रवाई के दौरान महिला का पति घर के दरवाजे पर बने टांके से पानी भर रहा था, वही बाकी का पूरा परिवार घर के अंदर था। ऐसे में नगरपरिषद के कार्मिकों ने इस घर के दरवाजे पर ताला लगाकर दरवाजे पर घर को आगामी आदेशों तक सील करने का नोटिस चिपका दिया।

इस कार्रवाई में महिला का पति को घर के अंदर नहीं जाने दिया गया, तो घर के बाकी सदस्यों को बाहर नहीं आने दिया। यानी जब तक नगरपरिषद इस सील को नहीं खोलेगी तब तक इस महिला के पति को घर के बाहर चौखट पर ही रात दिन गुजारने पड़ेंगे, वही घर के शेष सदस्यों को घर के अंदर ही रहकर ये अजीबो गरीब सजा काटनी पड़ेगी। इस कार्रवाई के दौरान जब हमने मौके पर मौजूद नगरपरिषद के परियोजना प्रबन्धन अधिकारी हनुमान शर्मा से पूछा तो उन्होंने बताया कि बार बार नियम विरुद्ध सब्जी बेचने की शिकायत के बाद हमने यह कार्रवाई की हैं। आगामी आदेशों तक इसे सीज ही रखा जाएगा।

जिला कलेक्टर कथन
अतिथि होटल एन्ड बार में अगर इस पर की गतिविधि चल रही हैं तो अभी टीम को मौके पर भेजकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सिरोही शहर में अगर किसी घर को सीज करने की नगरपरिषद ने कोई कार्रवाई की हैं तो मैं मौके पर टीम भेजकर दिखवाता हूँ, पूरे मामले में जो भी आवश्यक होगा कार्रवाई की जाएगी।
◆ भगवतीप्रसाद, जिला कलेक्टर सिरोही

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