कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चेतावनी: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने जारी की तीसरी लहर की चेतावनी,देश के अधिकांश इलाकों में जनता के साथ सरकार को बताया लापरवाह
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भारत में कोरोना की तीसरी लहर के लिए चेतावनी जारी की है। एसोसिएशन की माने तो लोगों के साथ सरकारों की लापरवाही को देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर जल्द आने वाली है। एसोसिएशन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि भारत अभी-अभी भयावह दूसरी लहर से बाहर आया है और इसके पीछे स्वास्थ्य महकमे की कोशिशें हैं।
नई दिल्ली।
भारत में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ रही है। देश के अधिकांश राज्यों की सरकारों ने कोरोना लॉकडाउन को अनलॉक करना शुरू कर दिया। राजस्थार सरकार ने भी वीकेंड कर्फ्यू समाप्त करने के साथ ही बाजारों को अनलॉक करना शुरू कर दिया, इसी बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने भारत में कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona in India) के लिए चेतावनी जारी की है। एसोसिएशन की माने तो लोगों के साथ सरकारों की लापरवाही को देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर जल्द आने वाली है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कोरोना पर चेतावनी (Corona third wave warning) जारी करते हुए बताया कि कोरोना की तीसरी लहर नजदीक है और ऐसे में टूरिज्म और धार्मिक यात्राएं (request to postpone tourism and religious visits) कुछ और महीने इंतजार कर सकते हैं। ये चेतावनी तब आई है, जब देश के कई हिस्सों को अनलॉक कर दिया गया है और टूरिस्ट स्पॉट में लोगों की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई है। मौजूदा हालात में भी देश में जिस तरह से लोग खुशी जाहिर कर रहे हैं, IMA ने इस बात पर भी गहरा दुख जाहिर किया है। एसोसिएशन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि भारत अभी-अभी भयावह दूसरी लहर से बाहर आया है और इसके पीछे स्वास्थ्य महकमे की कोशिशें हैं। इसके बावजूद इतिहास में जितनी भी महामारियां आई हैं, उन्हें देखा जाए तो ये साफ है कि तीसरी लहर को टाला नहीं जा सकता है। ये बेहद करीब है। ये देखकर बहुत दुख हो रहा है कि देश के कई हिस्सों में जनता और सरकार, दोनों ही लापरवाह (both public and government in the country careless) हैं। सभी बिना कोविड प्रोटोकॉल का पालन किए भीड़ इकट्ठा करने में जुटे हैं।
फिलहाल टूरिज्म और धार्मिक यात्राओं के लिए करें इंतजार
एसोसिएशन के मुताबिक टूरिज्म, धार्मिक यात्राओं के लिए कुछ और महीने इंतजार कर सकते हैं। इन सभी को खोलना और लोगों को बिना वैक्सीनेशन के इन स्थानों पर जाने देना खतरनाक है। ये कोरोना की तीसरी लहर के लिए सुपरस्प्रेडर बन सकते हैं। इस तरह के जमावड़ों से होने वाले आर्थिक नुकसान से कहीं बेहतर है कोरोना के एक मरीज के ट्रीटमेंट से होने वाला आर्थिक नुकसान। पिछले डेढ़ साल के अनुभव को देखा जाए तो वैक्सीनेशन के जरिए तीसरी लहर के असर को काफी कम किया जा सकता है। इसके साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. जॉनरोज ऑस्टिन जयलाल ने कहा कि इस नाजुक मुकाम पर हमें अगले दो-तीन महीने तक कोई खतरा नहीं उठाना चाहिए। सभी राज्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को जमीन पर उतारें और कोरोना के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ें।
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