Jantar Mantar @ धर्म विशेष के खिलाफ नारे: देश की राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर मुस्लिम धर्म के खिलाफ नारेबाजी और भड़काउ भाषण देने के मामले में 6 गिरफ्तार
देश की राजधानी में रविवार को जंतर मंतर पर भारत जोड़ो आंदोलन के तहत प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कथित रूप से मुस्लिम धर्म विशेष के खिलाफ नारेबाजी करने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने कार्रवाई भी करते हुए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ एडवोकेट अश्विनी उपाध्याय सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
नई दिल्ली।
देश की राजधानी(New Delhi) में रविवार को जंतर मंतर पर भारत जोड़ो आंदोलन (Bharat Jodo Andolan) के तहत प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कथित रूप से मुस्लिम धर्म(Muslim Religion) विशेष के खिलाफ नारेबाजी करने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने कार्रवाई भी करते हुए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ एडवोकेट अश्विनी उपाध्याय(Supreme Court senior advocate Ashwini Upadhyay) सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें अश्विनी उपाध्याय के अलावा विनोद शर्मा, दीपक सिंह, विनीत क्रांति, प्रीत सिंह, दीपक शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक जंतर-मंतर पर भारत जोड़ो आंदोलन के आगाज के दौरान भड़काऊ भाषण देने के लिए इन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि अश्विनी की गिरफ्तारी के बाद कुछ लोग उनके समर्थन में कनॉट प्लेस पुलिस थाने के बाहर पहुंच गए और सड़क जाम करने का प्रयास किया गया। इस पर प्रशासन ने पैरामिलिट्री फोर्स(paramilitary force) बुलाकर सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। इन प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थीं।
पूछताछ के लिए बुलाया और कर लिया गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि 9 अगस्त को रात में दिल्ली पुलिस ने उन्हें कनॉट प्लेस थाने में बुलाया था। इसके बाद से ही उनसे पूछताछ चल रही है। इस मामले में इन सभी लोगों की भूमिका संदिग्ध पाए जाने के बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरे प्रकरण में अश्विनी उपाध्याय की सफाई आई है कि 'मैंने नारे नहीं लगाए न ही मैं नारे लगाने वालों को जानता हूं।'
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडिया
दिल्ली में रविवार को जंतर-मंतर पर भारत जोड़ो आंदोलन (Bharat Jodo Andolan) के बाद की गई नारेबाजी सोशल मीडिया पर वायरल(Viral on social media) हो गई। इसमें धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी दिखाई जा रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस नेता शशि थरूर(Congress leader Shashi Tharoor) ने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी। सोशल मीडिया पर अश्विनी उपाध्याय को गिरफ्तार करने की मांग भी होने लगी। आपत्तिजनक वीडियो के मामले में नौ अगस्त को दिल्ली पुलिस ने एक FIRभी दर्ज कर। इसमें अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया था। दिल्ली पुलिस को इस वीडियो में शामिल चेहरों की तलाश थी। हालांकि, अश्विनी उपाध्याय समेत भारत जोड़ो आंदोलन से जुड़े सभी आयोजकों ने कहा था कि उनका प्रदर्शन केवल एक घंटे का था, इस प्रदर्शन में उनमें से किसी ने नारेबाजी नहीं की। उपाध्याय ने वीडियो की सत्यता की जांच करने और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी।
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