राजनीति: प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा में नीतीश ने मारी पलटी : तारकिशोर

पटना, 24 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता तारकिशोर प्रसाद ने बुधवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनडीए छोड़कर जाने पर घेरते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा में वे राजद के साथ चले गए। विश्वास मत के प्रस्ताव पर चर्चा के क्रम में सदन को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में जो सरकार बदली है वह जनादेश के कारण नहीं है, जो जनमत मिला था, उसका गला घोंटा गया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज प्रधानमंत्री बनने के लिए पलटी मार गए। लेकिन, जदयू ऐसी पार्टी है जो बिहार में कभी अपने दम पर सरकार नहीं बना पाई, वह केंद्र में सरकार बनाने का सपना देख रही है।प्रसाद ने कहा कि 2013 में भी ऐसी ही महत्वाकांक्षा जगी थी, अब 2022 में भी जागी है। 2014 में जब बिहार ने इन्हें दो सीटों पर समेट दिया तो इन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। फिर उन्होंने एक महादलित को मुख्यमंत्री बनाया, लेकिन फिर उन्हें भी हटाकर वे (नीतीश कुमार) स्वयं बैठ गए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 के चुनाव में भाजपा को जदयू से ज्यादा सीटें मिलीं, फिर भी भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री का पद दिया।प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री आपकी राजनीतिक विश्वसनीयता बिहार से समाप्त हो गई है। नीतीश कुमार की निजी महत्वकांक्षा और स्वार्थ के कारण यह स्थिति आई है और बिहार को आज अराजकता के मुंह मे ढकेला गया है। --आईएएनएसएमएनपी/एएनएम

प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा में नीतीश ने मारी पलटी : तारकिशोर
Patna: Bihar Deputy CM Tarkishore Prasad shows a victory sign while entering inside Vidhan Sabha in Patna on Friday, March 11, 2022. (Photo: AFTAB ALAM SIDDIQUI/IANS)
पटना, 24 अगस्त। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता तारकिशोर प्रसाद ने बुधवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनडीए छोड़कर जाने पर घेरते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बनने की महत्वकांक्षा में वे राजद के साथ चले गए।

विश्वास मत के प्रस्ताव पर चर्चा के क्रम में सदन को संबोधित करते हुए प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में जो सरकार बदली है वह जनादेश के कारण नहीं है, जो जनमत मिला था, उसका गला घोंटा गया।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज प्रधानमंत्री बनने के लिए पलटी मार गए। लेकिन, जदयू ऐसी पार्टी है जो बिहार में कभी अपने दम पर सरकार नहीं बना पाई, वह केंद्र में सरकार बनाने का सपना देख रही है।

प्रसाद ने कहा कि 2013 में भी ऐसी ही महत्वाकांक्षा जगी थी, अब 2022 में भी जागी है। 2014 में जब बिहार ने इन्हें दो सीटों पर समेट दिया तो इन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। फिर उन्होंने एक महादलित को मुख्यमंत्री बनाया, लेकिन फिर उन्हें भी हटाकर वे (नीतीश कुमार) स्वयं बैठ गए।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 के चुनाव में भाजपा को जदयू से ज्यादा सीटें मिलीं, फिर भी भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री का पद दिया।

प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री आपकी राजनीतिक विश्वसनीयता बिहार से समाप्त हो गई है।

नीतीश कुमार की निजी महत्वकांक्षा और स्वार्थ के कारण यह स्थिति आई है और बिहार को आज अराजकता के मुंह मे ढकेला गया है।

एमएनपी/एएनएम

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