उच्च अधिकारियों को शिकायत: प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी ने एक होटल के कर्मचारियों पर हमला किया, तीन छोटे कर्मचारियों को लाइन हाजिर किया
बताया जा रहा है IPS विश्नोई अचानक घटनास्थल से चले गए लेकिन बाद में गेगल पुलिस स्टेशन के कार्मिकों को लेकर वापस आए। लोगों का कहना है कि अंधेरे की आड़ में विश्नोई कई लोगों के साथ जबरन होटल से सटे एक कमरे में घुस गए। जहां होटल के कर्मचारी आराम कर रहे थे. हमलावरों ने बेपरवाह कर्मचारियों पर हमला किया, जिससे वे घायल हो गए
जयपुर | अजमेर के पास किशनगढ़ में एक होटल में रविवार देर रात एक प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी सुशील विश्नोई ने कर्मियों से मारपीट कर हंगामा कर दिया।
एसपी चूनाराम जाट ने गेगल थाने के एएसआई रूपाराम, सिपाही गौतम व मुकेश यादव को तुरन्त प्रभाव से थाने से लाइन हाजिर कर दिया। हालांकि आदेश में विभागीय जांच प्रस्तावित होने का हवाला दिया गया है।
गौरतलब है कि 12 जून की रातआईपीएस अधिकारी की कार पार्टी पर विवाद के बाद गेगल थाने में डीओ एएसआई रूपाराम, सिपाही गौतम व मुकेश यादव आईपीएस, उनके मित्रों के साथ में होटल मकरानाराज पहुंचे थे।
जहां पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में आईपीएस अधिकारी और उनके मित्रों ने होटल कर्मचारियों के साथ जमकर मारपीट की थी। मारपीट में 8 होटल कर्मियों के चोट आई थी। हालांकि मामले में बाद में 4 जनों के खिलाफ गेगल थाने में मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया था।
घटनानुसार अजमेर में तैनात आईपीएस अधिकारी को राज्य सरकार ने गत दिनों प्रदेश में एक नवगठित जिले का विशेषाधिकारी तैनात किया। रविवार यानि 12 जून को शहर के गौरव पथ स्थित एक रेस्टोरेंट में पुलिस अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारियों ने विदाई पार्टी दी गई। पार्टी खत्म होने के बाद देर रात पुलिस अधिकारी चुनिंदा मित्रों के साथ होटल मकराना राज खाना खाने पहुंचे।
होटल के बाहर पुलिस अधिकारी की दोस्तों के साथ कार में पार्टी चल रही थी। तभी होटल के स्टाफ रूम से टॉवल और बनियान में निकले उमेश को आईपीएस ने आवाज(अपशब्द) देकर बुलाया। उन्होंने टॉवल व बनियान में घूमने पर टोकते हुए थप्पड़ जड़ दिया।
होटल का बाकी स्टाफ वहां पहुंचा तो पुलिस अधिकारी ने फिर होटल कर्मचारी के थप्पड़ जड़ दिया। इस पर होटल कर्मचारियों ने भी हाथापाई शुरू कर दी। यह देख आईपीएस अधिकारी कार में भागने लगे तो होटल कर्मियों ने पथराव कर दिया। होटल कर्मियों का पत्थर कार के मुख्य शीशे पर लगा, जिससे शीशा चटक गया।
पुलिस के सामने कमरे में पिटाई
जानकारी के अनुसार होटलकर्मियों ने संचालक महेन्द्रसिंह के साथ गेगल थाने को सूचित कर दिया। कुछ देर बाद कथित पुलिस अधिकारी कुछ पुलिसकर्मियों के साथ वापस लौटे। पुलिसकर्मियों ने होटल कर्मचारी को स्टाफ के कमरे में बुलाया। फिर बंद कमरे में जमकर पिटाई की। इस मामले में होटल कर्मचारी की रिपोर्ट पर गेगल थाने में 4 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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