Rajasthan सिरोही वीडीओ पेपर आउट मामला: CM साहब Sirohi Police ने पेपर आउट मामले में पकड़े है 3 लोग, तो फिर शांतिपूर्वक कैसे संपन्न हुई VDO परीक्षा!

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने ग्राम विकास अधिकारी सीधी भर्ती परीक्षा 2021 को बताया शांतिपूर्वक आयोजित, जबकि सिरोही जिले में 15 लाख रुपए में पेपर का सौदा कर अभ्यर्थियों को वाट्सएप पर भेजी आसंर की।

CM साहब Sirohi Police ने पेपर आउट मामले में पकड़े है 3 लोग, तो फिर शांतिपूर्वक कैसे संपन्न हुई VDO परीक्षा!

जयपुर।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित ग्राम विकास अधिकारी सीधी भर्ती परीक्षा-2021 को शांतिपूर्वक संपन्न होना बताया गया। 
बोर्ड ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि मंगलवार को तृतीय चरण व चतुर्थ चरण में अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, हनुमानगढ़, जयपुर, झालवाड़, झुन्झुनू, जोधपुर, कोटा, पाली, नागौर, राजसमन्द, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक एवं उदयपुर के परीक्षा केन्द्रों पर ग्राम विकास अधिकारी सीधी भर्ती परीक्षा-2021 आयोजित की गई।

ग्राम विकास अधिकारी सीधी भर्ती परीक्षा में तृतीय चरण में कुल 3 लाख 75 हजार 881 और चतुर्थ चरण में कुल 3 लाख 66 हजार 606 अभ्यर्थीं शामिल हुए। 
इस प्रकार परीक्षार्थियों की उपस्थिति तृतीय चरण में लगभग 75.72 प्रतिशत व चतुर्थ चरण में लगभी 76.39 प्रतिशत रही। बोर्ड के अध्यक्ष हरि प्रसाद शर्मा एवं बोर्ड के सदस्यों ने परीक्षा केन्द्रों पर व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी किया। 
उन्होंने बताया कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा शांतिपूर्वक सम्पन्न हुई। ऐसे में सवाल उठ  रहे है कि जयपुर के अंबाबाड़ी और सिरोही में पेपर आउट को लेकर किए गए विरोध का क्या! 
सिरोही में तो पुलिस प्रशासन ने पेपर आउट मामले में ही 1 महिला परीक्षार्थी सहित 3 लोगों को गिरफ्तार तक किया। 
मीडिया में छाया रहा सिरोही पेपर आउट मामला


इस मामले मेंं सिरोही की मीडिया में पिछले दो दिनों से लगातार समाचार प्रकाशित किए जा रहे है। तो सवाल यह है कि कर्मचारी चयन बोर्ड इस परीक्षा के पेपर को आउट क्यों नहीं मान रहा। 
इस को लेकर राजस्थान के प्रमुख समाचार पत्र दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका और प्रमुख न्यूज पोर्टल फर्स्ट भारत.इन ने भी प्रमुखता से खबर प्रकाशित की।


लेकिन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड और राजस्थान की गहलोत सरकार इस ओर ध्यान तक नहीं दे रही। 
ऐसे में राजस्थान की गहलोत सरकार पर कई सवाल उठाए जा रहे है। 
गहलोत सरकार पर उठ रहे है सवाल
पहले आरएएस भर्ती परीक्षा में कांग्रेज प्रदेश अध्यक्ष और तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के रिश्तेदारों को पास कराने का मामला, इसके बाद रीट भर्ती परीक्षा में नकल गैंग पकड़ने के बाद भी गहलोत सरकार भर्तियों पर मौन साधे बैठी है। 
इतना ही नहीं, राजस्थान में शिक्षकों के तबादले को लेकर पैसे चलने तक के मामले में स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने शिक्षकों ने हां भर दी।


इसके बावजूद तबादलों में जमकर पैसे चल रहे हैं। इन सब से गहलोत सरकार की साख पर सवाल उठ रहे है। 

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