नई पत्रकारिता: विश्वास से जूझती पत्रकारिता के दौर में आम लोगों की आवाज बना डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म जूम न्यूज

जूम न्यूज हिन्दी और अंग्रेजी भाषा दोनों में है। परन्तु राजस्थान का यह पहला अंग्रेजी वेबसाइट है। अपने शानदार रिपोर्ताज और उत्कृष्ट कवरेज के माध्यम से वेबसाइट ने पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रभावी कदम रखा है। जूम न्यूज के मुख्य संपादक गजेन्द्रसिंह राठौड़ द्वारा शुरू की गई यह नई पारी ग्लोबल क्षितिज पर नई उंचाइयां छू रही है

विश्वास से जूझती पत्रकारिता के दौर में आम लोगों की आवाज बना डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म जूम न्यूज
Zoom News Team at Jaipur Office

जयपुर | एक छोटे से गांव मेहरासर चाचेरा से जूम न्यूज के संपादक गजेन्द्रसिंह राठौड़ की वेबसाइट www.zoomnews.in अंग्रेजी और हिन्दी दोनों भाषाओं में हैं और अच्छी रैंक होल्ड करती है.

राजस्थान एक छोटा सा गांव मेहरासर चाचेरा। मात्र दो हजार लोगों की आबादी है। मुख्य व्यवसाय कृषि है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी गांव से पत्रकारिता की एक ऐसी बयार चली है, जिसने आम लोगों को उनकी आवाज उठाने का हक दिया है। वैसे तो जूम न्यूज हिन्दी और अंग्रेजी भाषा दोनों में है।

परन्तु राजस्थान का यह पहला अंग्रेजी वेबसाइट है। अपने शानदार रिपोर्ताज और उत्कृष्ट कवरेज के माध्यम से वेबसाइट ने पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रभावी कदम रखा है। जूम न्यूज के मुख्य संपादक गजेन्द्रसिंह राठौड़ द्वारा शुरू की गई यह नई पारी ग्लोबल क्षितिज पर नई उंचाइयां छू रही है। जयपुर में एक बड़ी टीम के साथ काम कर रहे हैं और वर्तमान में विज्ञापनदाताओं के दबाव वाली पत्रकारिता को किनारे करते हुए गूगल विज्ञापनों से आय करते हुए जूम न्यूज अपनी निष्पक्ष छवि को बनाए हुए हैं।

न केवल ब्रेकिंग न्यूज बल्कि जनहित पर आधारित स्टोरीज ने अपनी एक अलग ही छाप छोड़ी है। उन्होंने यह यात्रा कैसे शुरू की और सफलता का सफर कैसा रहा, इस विषय पर हम बात कर रहे हैं गजेन्द्रसिंह राठौड़ से।

gajendra singh rathore

1) आपने कैसे यह वेबसाइट प्रारंभ की और क्या सपना रहा?

अपना खुद का पब्लिकेशन हाउस शुरू करने का मेरा सपना शुरू से था। परन्तु सही समय पर मैंने पाया कि डिजिटल न्यूज के नाम पर मेन स्ट्रीम मीडिया ही अपनी विचारधारा हमें परोस रहा है। यहां मुझे एक खाली जगह मिली और मैंने शुरूआत कर दी। पहले हमने एक एग्रीगेटर के रूप में शुरूआत की।

फिर हमारे साथी वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सिंह बीदावत का खास निर्देशन रहा और हम आज बढ़ते चले जा रहे हैं। एलेक्सा ग्लोबल रैकिंग में हम एक अच्छा स्थान रखते हैं। हमारे फेसबुक पेज और यूट्यूब पर भी लाखों फॉलोवर्स है। 

Pradeep singh beedawat senior journalist of rajasthan

2) जूम न्यूज नई तरह की पत्रकारिता को कैसे मौका दे रहा है?

भारत में पत्रकारिता का भविष्य डिजिटल मीडिया है। प्रिंट मीडिया ने अपने पाठकों, विशेषकर ग्रामीण भारत में सफलतापूर्वक पकड़ बनाई, लेकिन अब डिजिटल उस पर हावी हो रहा है। समाचार पत्र अपने विश्वसनीय और प्रामाणिक दृष्टिकोण को खो रहा है। ऐसे में जनता के बीच साख के लिए वे खुद डिजिटल में आ रहे हैं, लेकिन लगता नहीं कि स्वतंत्र पत्रकारिता कर पा रहे हैं। ऐसे में जूम न्यूज स्वतंत्र और निडर तथा निष्पक्ष पत्रकारिता को प्रोत्साहन देने की कोशिश कर रहा है।

राजनीति के साथ—साथ क्षेत्रीय समाचार, जीवन शैली, खेल, मनोरंजन और नौकरी व युवाओं से संबंधित समाचार जैसे कई क्षेत्रों को कवर कर रहे हैं। हम अपने पाठकों को उनके आसपास क्या हो रहा है, इसके बारे में जागरूक करके उन्हें सशक्त बनाते हैं।

राजस्थान में हमने अशोक गहलोत की सरकार पर आए संकट का प्रभावी कवरेज किया। साथ ही मुखरता से हमने विभिन्न चुनाव जैसे दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब आदि का कवरेज किया। साथ ही राजस्थान में अपराध में पुलिस का गठजोड़ जैसे बिंदुओं का खुलासा किया है।

3) क्या आप मानते हैं कि ​अगला युग डिजिटल मीडिया का है?

कोई भी इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि पत्रकारिता के क्षेत्र में 'डिजिटल मीडिया' नया भविष्य है। लोग, विशेषकर युवा, डिजिटल वेब पोर्टल से समाचार प्राप्त करते हैं। जल्द ही हम अपना अखबार लांच करने के बारे में शिद्दत से सोच रहे हैं। ऐसे में ई-पेपर से आसानी से पहुंच प्राप्त हो सके। अंग्रेजी के साथ—साथ हमारा पोर्टल हिंदी में खासा प्रभावी है। जिससे दर्शकों के लिए समाचारों का उपभोग करना आसान हो गया है। हमारे पास विदेशी मामलों, राजनीति, धर्म/ज्योतिष, मनोरंजन, क्षेत्रीय समाचार और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों की एक विस्तृत शृंखला है।

उत्तर भारत में अच्छी स्थिति में


जूम न्यूज की रैकिंग स्थिति देखें तो उत्तर भारत में यह एक प्रभावी स्थिति में है। इस वेबसाइट पर लोगों का भरोसा ही है कि हजारों लोगों ने जूम न्यूज एप को डाउनलोड किया है। यह एप आडियो में समाचार उपलब्ध कराता है। ऐसे में अक्षर नहीं पढ़ पाने वाले लोगों के लिए यह प्रभावी सुविधा प्रदान करता है।

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