पूर्व सीएम राजे ने तोड़ी चुप्पी: वसुंधरा बोलीं- सरकार एक्शन लेती तो नहीं जाती संत की जान
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी चुप्पी तोड़ते हुए राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना साधा है।
जयपुर | भरतपुर के ब्रज क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन के विरोध में संत विजयदास के निधन के बाद से राजस्थान की राजनीति गरमाई हुई है। अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी चुप्पी तोड़ते हुए राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व सीएम और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने प्रदेश की गहलोत सरकार को संत विजयदास की मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
राज्य सरकार लेती एक्शन तो नहीं जाती संत की जान
राजे ने कहा है कि जिस राज्य में संतों के निस्वार्थ समाज को आंदोलन करना पड़े, लोकहित में मांगों को मनवाने के लिए अपनी बली देनी पड़े, तो उस राज्य में इससे बड़ी अराजकता कोई और नहीं हो सकती। राजे ने कहा कि यदि राज्य सरकार संतों की आवाज को सुनने में 551 दिन का समय नहीं लगाती और समय रहते ही एक्शन लेती तो आज एक संत की जान नहीं जाती।
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जिस राज्य में संतों को आंदोलन करना पड़े, लोकहित की मांगों को मनवाने के लिए अपनी बलि देनी पड़े उस राज्य में इससे बड़ी अराजकता कोई हो ही नहीं सकती।
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) July 23, 2022
मैं संत विजय बाबा को श्रद्धासुमन अर्पित करती हूं तथा शोक-संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की कामना करती हूं।#Rajasthan #Bharatpur pic.twitter.com/JTrV7vlNy2
हमने लगाई थी रोक
राजे ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, हमारी सरकार ने संत समाज की मांग पर 27 जनवरी, 2005 को ब्रज क्षेत्र में अवैध खनन पर रोक लगाई थी, लेकिन कांग्रेस सरकार में फिर से अवैध खनन शुरू हो गया।
आपको बता दें कि, भरतपुर की पहाड़ियों में हो रहे अवैध खनन के खिलाफ साधु-संत आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान बीते बुधवार को संत विजयदास ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया था और वे 80 फीसदी तक झुलस गए थे। उनका इलाज के दौरान आज तड़के दिल्ली में निधन हो गया है।
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