Delhi भारत दर्शन पार्क का उद्घाटन: Union Home Minister Amit Shah ने दिल्ली में वेस्ट टू वेल्थ अवधारणा पर 20 करोड़ रुपए की लागत से तैयार भारत दर्शन पार्क का किय उद्घाटन

दिल्ली में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ‘वेस्ट टू वेल्थ’ अवधारणा पर तैयार ‘भारत दर्शन पार्क’ का उद्घाटन किया। नगर निगम दिल्ली दक्षिण की ओर से देश की राजधानी के पंजाबी बाग में 20 करोड़ की लागत से पार्क तैयार किया है।

Union Home Minister Amit Shah ने दिल्ली में वेस्ट टू वेल्थ अवधारणा पर 20 करोड़ रुपए की लागत से तैयार भारत दर्शन पार्क का किय उद्घाटन

नई दिल्ली, एजेंसी।
दिल्ली में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने  ‘वेस्ट टू वेल्थ’ अवधारणा पर तैयार ‘भारत दर्शन पार्क’ का उद्घाटन किया। 
नगर निगम दिल्ली दक्षिण की ओर से देश की राजधानी के पंजाबी बाग में 20 करोड़ की लागत से पार्क तैयार किया है।
 भारत दर्शन पार्क में विभिन्न राज्यों की 21 ऐतिहासिक इमारतों को बनाया गया है। 
यह इमारतें एक बरगद के पेड़ के प्रतिरूप लोहे के खराब सामान, बिजली के खम्बे, पुरानी कारों, ट्रकों के सामान और पाइप से बनाया गया है। 
पार्क में इन कलाकृतियों को 8 कलाकारों, 22 सहायक कलाकारों और 150  कारीगरों ने मिलकर बनाया है। 
इन कारीगरों ने कोरोना काल में  22 माह में बनाकर तैयार किया है। 
पार्क के उद्घाटन के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह कॉन्सेप्ट अपने आप में मूर्त स्वरूप ले रहा है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। 
25 दिसंबर दो ऐसे महापुरूषों का जन्मदिन है जिन्होंने भारत के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 
भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय, जिन्होंने अपना पूरा जीवन भारतीयता, भारतीय संस्कृति, अपनी भाषाएं और स्वधर्म के संरक्षण और संवर्धन के लिए व्यतीत किया। 
वे आज़ादी के आंदोलन के प्रखर योद्धा भी रहे। उन्होंने जब बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की तब उन्होंने कहा था कि हमारी चिरपुरातन संस्कृति के आधार पर, ज्ञान के भंडार को तो आगे ले जाना ही है लेकिन साथ ही बच्चों को भी आधुनिक शिक्षा से युक्त करना है। 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बनाई गई नई शिक्षा नीति में एक प्रकार से पंडित मालवीय के विचारों की प्रतिध्वनि भी सुनाई देती है। 
शाह ने कहा कि आज भारत रत्न अटल का भी जन्मदिन है।

कचरे से कंचन की यात्रा का यह जीवंत उदाहरण
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत दर्शन पार्क कचरे से कंचन की यात्रा का जीवंत उदाहरण है। 
वेस्ट से वेल्थ की कल्पना कैसे चरितार्थ होती है और एक साथ कई सारे संदेशों जैसे, स्वच्छ भारत, कौशल निर्माण, देश की सांस्कृतिक एकता को बनाए रखना, पर्यटन को बढ़ावा देना की पूर्ति एक ही पार्क के माध्यम से दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने की है। 
यह पार्क साढ़े आठ एकड़ भूमि पर बना है। 
जहां अनेक राज्यों की 21 प्रसिद्ध ऐतिहासित इमारतें, जो भारत की संस्कृति की झलक दिखाती हैं। 
यहां इस प्रकार से बनाई गई हैं कि देखने वाले को लगे कि वो उसी इमारत के स्थान पर खड़ा है। 
चाहे ताज महल हो, अजंता ऐलोरा की गुफ़ाएं हों, गेटवे ऑफ़ इंडिया हो, हवामहल हो, मीनाक्षी मंदिर हो, जगन्नाथपुरी, बद्री धाम, रामेश्वरम हो, चाहे मैसूर पैलेस हो, हम्पी के रथ हों, इन्हें मूर्त रूप देने का काम यहां किया गया है। 
यहां 350 टन स्क्रैप का इस्तेमाल कर 21 इमारतें बनाई गई हैं जो पूरे भारत को एक प्रकार से एक ही जगह लाकर खड़ा कर देती हैं। 
नगर निगम दक्षिण ने 31 बंजर पड़े भूखंडों को पार्क में तब्दील करने का काम किया है और फ़िट इंडिया के तहत 1100 से अधिक पार्कों में आउटडोर जिम की व्यवस्था की है। 
अभी तक 27 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए हैं, पांच तालाबों को पुनर्जीवित किया है और पहला जलशक्ति पार्क भी बनाया है।
1731 अनधिकृत कॉलोनियों और 40 लाख लोगों को लाभान्वित करने की ये योजना है। 
इनसिटु आवास परियोजना के अंतर्गत लगभग 35 हज़ार झुग्गियों के स्थान पर दो कमरे वाले आधुनिक सुविधाओं वाले आवास सिर्फ़ दो लाख 40 हज़ार रूपए में देना बहुत बड़ी उपलब्धि है।
लगभग 85 हज़ार झुग्गियों में रहने वाले इससे लाभान्वित होंगे। अमित शाह ने कहा कि इस देश में दो प्रकार की कार्य संस्कृति है। 
एक कार्य संस्कृति यह है जो कहते हैं वह करते हैं।

चाहे दिल्ली का विकास हो, चाहे कोरोना के खिलाफ लड़ना हो, चाहे देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करना हो, चाहे देश के अर्थतंत्र को गति दे कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना हो। 
इसके अलावा चाहे ढेर सारे प्रशासनिक सुधार करने हों, चाहे ढेर सारी नीतियों का निर्माण करना हो, नई शिक्षा नीति लाना हो, शहरी विकास के नए मानक गढ़ना हो, ग्रामीण विकास के अंतर्गत देश के 60 करोड़ से ज्यादा गरीबों को घर, गैस, बिजली, शौचालय, अनाज और स्वास्थ्य की सुविधाएं पहुंचानी हों और शुद्ध पीने का पानी भी, यह सारी चीजें जो प्रधानमंत्री ने 2014 और 2019 के चुनाव में कही थीं, इन्हें करके दिखाया है।

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