अमेरिकी विदेश मंत्री की भारत यात्रा: अमेरिकी विदेश मंत्री ने दिल्ली में तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा के प्रतिनिधि मंडल से की मुलाकात

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत यात्रा पर है। आज बुधवार को ब्लिंकन ने दिल्ली में तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा के एक प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की। इस दौरान ब्लिंकन ने सिविल सोसाइटी के नेताओं से मिलकर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका हमेशा से लोकतंत्र का समर्थक रहा हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री ने दिल्ली में तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा के प्रतिनिधि मंडल से की मुलाकात

नई दिल्ली।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (US Secretary of State Antony Blinken) भारत यात्रा पर है। आज बुधवार को ब्लिंकन ने दिल्ली में तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा (religious leader Dalai Lama)के एक प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की। इस दौरान ब्लिंकन ने सिविल सोसाइटी के नेताओं से मिलकर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका हमेशा से लोकतंत्र का समर्थक रहा हैं। यही हमारे संबंधों का आधार भी है। बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान(Afghanistan) के मुद्दे पर ब्लिंकन ने भारत के साथ काम करने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से सेना वापस बुलाने के बाद भी हम वहां के लोगों के हित के लिए काम करते रहेंगे। हम इलाके में शांति स्थापित करना चाहते हैं। भारत और अमेरिका दोनों ही अफगानिस्तान में मजबूत सरकार और शांति के समर्थक हैं। क्षेत्र में विश्वसनीय सहयोगी होने के कारण अफगानिस्तान के विकास में भारत का महत्वपूर्ण योगदान रहा है और आगे भी रहेगा।
विदेश मंत्री की जयशंकर से मुलाकात
भारत यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन (US Secretary of State Blinken)ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर(Indian External Affairs Minister S Jaishankar) से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन का संकल्प है कि भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने का सिलसिला जारी रखना है। ब्लिंकन ने कहा,"मैं उस काम की गहराई से सराहना करता हूं जो हम एक साथ करने में सक्षम हैं और जो काम हम आने वाले महीनों में एक साथ करेंगे।" उन्होंने कहा कि ऐसी कोई चुनौती नहीं है, जिसका हमारे नागरिकों के जीवन पर असर न हो, चाहे वह कोरोना हो, उभरती टेक्नोलॉजी का बुरा प्रभाव हो। इन समस्याओं से कोई भी देश अकेले नहीं निपट सकता। देशों के बीच पहले से कहीं अधिक सहयोग की जरूरत है।

इस दौरान जयशंकर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर हमारी बातचीत पुराने अनुभवों के आदान-प्रदान से मजबूत होगी। 'हिंद-प्रशांत में शांति और समृद्धि हम दोनों के लिए उतनी ही अहम है, जितनी अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक स्थिरता। एक सहयोगी मंच के रूप में क्वाड को मजबूत करना हम दोनों के हित में है। हमें आतंकवाद जैसी मौजूदा चुनौतियों पर मिलकर काम करना चाहिए।'इससे पहले ब्लिंकन ने NSA अजीत डोभाल(Ajit Doval) से भी मुलाकात की। उन्होंने सुरक्षा, रक्षा, आर्थिक और तकनीक से संबंधित क्षेत्रों में अहम रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा की। 

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