इकोनॉमी: नियम-आधारित परिसंपत्ति रणनीति पारंपरिक निश्चित आय का बेहतर विकल्प हो सकती है : मोतीलाल ओसवाल
समान भारित पोर्टफोलियो होने का लाभ यह है कि सभी परिसंपत्ति वर्गो में नियम-आधारित रणनीति है।
मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, सोने ने आईएनआर के संदर्भ में 8 प्रतिशत रिटर्न (वाईटीडी), एएसएपी 1 प्रतिशत और निफ्टी 2 प्रतिशत उत्पन्न किया है।
मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ के एमडी और सीईओ, आशीष शंकर ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था और बाजार एक मोड़ पर हैं। कारकों के संगम से इस दशक में भारतीय इक्विटी से सतत विकास होगा। वठह व्यक्तियों की संख्या 2020 में 6,884 से बढ़कर 2025 तक 11,198 होने की उम्मीद है। यूएचएनडब्ल्यू व्यक्तियों की संख्या 2020 में 6,884 से बढ़कर 2025 तक 11,198 होने की उम्मीद है।
गोल्ड फंड और आर्ब्रिटेज फंड के खिलाफ इक्विटी को रोका जाता है जो किसी भी बड़ी गिरावट के खिलाफ गुंजाइश प्रदान करते हैं।
जबकि ऊपर की ओर, फंड को भारतीय और अमेरिकी इक्विटी से उच्च रिटर्न प्राप्त होता है।
1990 से 2022 तक एएसएपी पोर्टफोलियो सोने की 9.9 प्रतिशत वृद्धि, ऋण की 8.3 प्रतिशत वृद्धि और 13.8 प्रतिशत और भारतीय और अमेरिकी इक्विटी के 13 प्रतिशत की वृद्धि के मुकाबले 11.7 प्रतिशत की चक्रवृद्धि औसत वृद्धि दर से बढ़ा।
मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ के हेड, इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स, नितिन शानभाग ने कहा, एएसएपी एक ऑल-वेदर स्ट्रैटेजी है और फिक्स्ड इनकम फंड्स का बेहतर विकल्प है।
--आईएएनएस
एसकेके/एएनएम
Must Read: खरीफ फसल के बुवाई क्षेत्र में 2.5 प्रतिशत की गिरावट : रिपोर्ट
पढें इकोनॉमी खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News) के लिए डाउनलोड करें First Bharat App.