गाजनगढ़ मंदिर की प्रतिष्ठा का विवाद: एसपी-आईजी तक पहुंच रहे वीडियो को लेकर अलग-अलग दावे
कुछ लोगों द्वारा डांस करते हुए पार्टी करने का एक वीडियो जारी होने के बाद गाजनगढ़ मंदिर ट्रस्ट में दो पक्ष बन गए हैं तथा दोनों आमने-सामने हो गए है। एक पक्ष इस वीडियो को मंदिर का बताते हुए केवल कांस्टेबल की स्थानांतरण पार्टी करने का दावा कर रहा है। जबकि, दूसरा पक्ष इस वीडियो को मंदिर का नहीं बताते हुए...
पाली(Pali)। गाजनगढ़ मंदिर ट्रस्ट में अब विवाद गहरा गया है। कुछ लोगों द्वारा डांस करते हुए पार्टी करने का एक वीडियो जारी होने के बाद गाजनगढ़ मंदिर ट्रस्ट में दो पक्ष बन गए हैं तथा दोनों आमने-सामने हो गए है। एक पक्ष इस वीडियो को मंदिर का बताते हुए केवल कांस्टेबल की स्थानांतरण पार्टी करने का दावा कर रहा है। जबकि, दूसरा पक्ष इस वीडियो को मंदिर का नहीं बताते हुए केरला चौकी का बता रहा है। साथ ही, इसकी जांच की मांग कर रहा है।
गत दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें कुछ लोग डांस पार्टी करते हुए दिख रहे है। जैतपुर पुलिस चौकी से लाइन हाजिर हुए उप निरीक्षक मनोहरलाल विश्नोई ने वीडियो वायरल कर इस वीडियो को केरला चौकी का बताया और बजरी माफिया व पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाए थे। इस पर एसपी कालूराम रावत ने प्रेस कांफ्रेंस में इस वीडियो को गाजनगढ़ का बताया। इसके एक दिन बाद ही गाजनगढ़ मंदिर का एक पक्ष एसपी कालूराम रावत के समक्ष पेश हुआ और उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि मंदिर में केरला चौकी के स्थानांतरित हुए पुलिसकर्मियों की सम्मान पार्टी आयोजित की गई थी, ना कि शराब पार्टी। इस घटनाक्रम के दो दिन बाद गाजनगढ़ मंदिर का दूसरा पक्ष जोधपुर में आईजी नवज्योति गोगोई से मिला। उन्होंने इस वीडियो को केरला चौकी का बताया और मंदिर को बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि मंदिर में किसी प्रकार की पार्टी नहीं हुई। उन्होंने वीडियो के जांच की मांग की। इस पूरे मामले में अब जांच की जरुरत प्रतिपादित की जा रही है। दोनों पक्षों की असलियत को सामने लाने के लिए अब जांच ही एकमात्र विकल्प है। वीडियो की जांच के बाद ही पूरे मामले की सत्यता सामने आ सकती है।