दौसा के पुजारी की मौत का मामला: पुजारी की मौत के बाद शव रखकर किया जा रहा आंदोलन समाप्त, सरकार ने मानी मांगे, 30 अप्रेल तक संभागीय आयुक्त जांच कर देंगे रिपोर्ट, प्रकरण में शामिल अधिकारी होंगे एपीओ

दौसा के महुआ थाना क्षेत्र में मूक बधिर पुजारी की मौत के बाद शव के साथ प्रदर्शन रविवार को समाप्त हो गया। रविवार को सचिवालय में हुई वार्ता के बाद गहलोत सरकार ने भाजपा नेताओं की मांगें मान ली हैं। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार करने और धरना खत्म करने पर सहमति बनी।

जयपुर।
दौसा के महुआ थाना क्षेत्र में मूक बधिर पुजारी की मौत के बाद शव के साथ प्रदर्शन रविवार को समाप्त हो गया। रविवार को सचिवालय में हुई वार्ता के बाद गहलोत सरकार ने भाजपा नेताओं की मांगें मान ली हैं। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार करने और धरना खत्म करने पर सहमति बनी। टीकरी गांव में मंदिर की जिस दो बीघा जमीन को भूमाफिया ने पुजारी से हड़पा था, उसी जमीन पर अंतिम संस्कार होगा। पिछले चार दिनों से जयपुर में सिविल लाइंस फाटक पर शव रखकर चल रहा धरना अब समाप्त हो गया है। शव का पहले पोस्टमार्टम होगा, फिर आज ही टीकरी गांव ले जाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा। सरकार के साथ वार्ता में बनी सहमति के बाद दोनों पक्षों ने समझौता पत्र पर दस्तखत किए। समझौता होने के बाद भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने आंदोलन और धरना खत्म करने की घोषणा की। सरकार के साथ मौजूद प्रति​निधि मंडल में   राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व मंत्री अरूण चतुर्वेदी,विधायक अशोक लाहोटी, सामाजिक कार्यकर्ता राघव शर्मा उपस्थित थे। 
मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने बताया कि शंभू शर्मा की मौत की शत प्रतिशत जांच के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। पुजारी की मौत के पूरे प्रकरण की जांच संभागीय आयुक्त जयपुर से 30 अप्रेल तक करवाने के निर्देश दिए गए है। पुजारी शंभू शर्मा की मौत के पूरे प्रकरण की जांच के लिए प्रशासनिक कमेटी का गठन कर निर्देश दिए गए है। 
प्रकरण में शामिल अधिकारी होंगे एपीओ 
सीएस आर्य ने कहा कि प्रकरण में शामिल सभी अधिकारियों को एपीओ किया जाएगा। लाठीचार्ज मामले में हुई जगदीश सैनी की मौत की भी जांच करने के निर्देश देते हुए कहा कि मंदिर में निर्माण की गई दुकानें जांच पूरी होने तक सील रखी जाएंगी। इसके साथ ही एडीएम द्वारा किए गए व्यवहार की भी जांच करवाई जाएगी। सरकार की ओर से बैठक में मुख्य सचेतक महेश जोशी, डी.जी.पुलिस एम.एल लाठर, पुलिस कमिशनर आनंद श्रीवास्तव, प्रमुख शासन सचिव गृह अभय कुमार, दौसा कलेक्टर पीयूष एवं संबंधित अधिकारी शामिल हुए।