अब भरण—पोषण के लिए भी रिश्वत: जज का ड्राइवर रिश्वत लेते गिरफ्तार, राजस्थान के पारीवारिक न्यायालय का मामला

चूरू व बीकानेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई, भरण पोषण के ऐवज में मांगी थी 1 लाख रुपये की रिश्वत

Demo Pic

चूरू | चूरू से बीकानेर एसीबी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए आज पारिवारिक न्यायालय चूरू के सामने पारिवारिक न्यायालय के चपरासी जो पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश का ड्राइवर भी बताया जा रहा है उसे 40 हजार की रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

चूरू भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश स्वामी व बीकानेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने बताया कि  सोनिया सूरतगढ़ की रहने वाली है। उसका ससुराल सरदारशहर है  उसका तलाक का मामला पारिवारिक न्यायालय में चल रहा है 2015 से मामला विचाराधीन है इस मामले में परिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश ने बेटी के भरण पोषण के 5 हजार प्रतिमाह व ढ़ाई हजार रुपए भरण पोषण के निश्चित किए थे। जो अब तक तकरीबन 5 लाख रुपए बनते हैं उसके पति ने भुगतान नहीं किया इस पर 5 लाख रुपए दिलवाने और पति का वारंट करवाने के लिए व कुर्की की कार्रवाई करवाने के लिए 1 लाख रुपए की रिश्वत भगवती सैनी ने मांगी। इसका सत्यापन चूरु एसीबी के आनन्द प्रकाश स्वामी ने करवाया।

सत्यापन 1 लाख का हुआ 10 हजार उसी दिन सत्यापन के दिन ले लिए थे, पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश के ड्राइवर भगवती प्रसाद सैनी ने ले ली थी 90 हजार आज 5 तारीख को देने तय हुए थे। आरोपी के द्वारा बार-बार व्हाट्सएप पर संपर्क किया जा रहा था कि कब देने के लिए आ रहे हो। आज 5 तारीख पेशी थी जब आना था तो पैसे लेकर आने थे। पैसे ले आओगे तो आदेश करवा दूंगा और वारंट जारी करवा दूंगा। भगवती प्रसाद सैनी से परिवादिया ने कहा कि 90 हजार नहीं बना 40 हजार ही है तो इसके द्वारा आज 40 हजार बतौर रिश्वत दिए। इसी दौरान चूरू व बीकानेर एसीबी की टीम ने रंगे हाथों भगवती सैनी को गिरफ्तार कर लिया पारिवारिक न्यायालय के सामने कार्रवाई की है।