पत्नी संग किए दर्शन: उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सालासर बालाजी और खाटूश्यामजी में लगाई ढोक, परिजनों से किया मेल-मिलाप
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पैतृक गांव किठाना में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि किठाना उनके दिल में बसा है और हमेशा दिल में रहेगा। इसके बाद स्कूल भवन की नींव रखी।
सीकर | राजस्थान में आज दो बड़े गणमान्य नेताओं का आगमन हुआ। जहां अजमेर दरगाह में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना जियारत करने पहुंची वहीं, भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी गुरूवार को राजस्थान में स्थित अपने पैतृक गांव किठाना पहुंचे। धनकड़ उपराष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार राजस्थान आए हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पैतृक गांव किठाना में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि किठाना उनके दिल में बसा है और हमेशा दिल में रहेगा। इसके बाद स्कूल भवन की नींव रखी।
परिजनों से किया मेल-मिलाप
अपने शेखावाटी दौरे पर आए उपराष्ट्रपति धनखड़ सबसे पहले जोड़िया बालाजी मंदिर पहुंचे और दर्शन कर आरती में शामिल हुए। इसके बाद ठाकुरजी के मंदिर में दर्शनों के साथ अपने फ़ार्म हाऊस पहुंचे और परिजनों से मेल-मिलाप किया। फिर नागरिक अभिनंदन में शामिल होकर वे चूरू के सालासर बालाजी धाम पहुंचे और बजरंगबली के ढोक लगाई। इसके बाद वे सीधे खाटू नरेश के दरबार में हाजरी लगाने पहुंचे।
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पत्नी संग किए बाबा श्याम के दर्शन
उपराष्ट्रपति आज दोपहर करीब 2 बजे विशेष हेलीकॉप्टर से अपने खाटूश्याजी पहुंचे। जहां गार्ड ऑफ ऑनर के बीच सांसद सुमेधानंद सरस्वती, पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री बंशीधर बाजिया, पालिकाध्यक्ष ममता मुंडोतिया समेत प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। उपराष्ट्रपति धनखड़ अपनी पत्नी के साथ श्याम बाबा के दरबार में पहुंचे और पूजा अर्चना की। इस दौरान श्याम मंदिर कमेटी की ओर से उन्हें श्याम दुपट्टा पहनाया गया और एक प्रतीक चिन्ह देकर उनका अभिवादन किया गया। इसके बाद वे जयपुर के लिए रवाना हो गए।
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आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन शाम 4 बजे तक के लिए बंद
उपराष्ट्रपति धनखड़ के दौरे को लेकर आज सीकर और चूरू जिले में पुलिस का भारी बंदोबस्त रहा। उपराष्ट्रपति धनखड़ के खाटूश्यामजी पहुंचने से पहले खाटू के बाहर से आने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए गए और जगह-जगह भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। सुरक्षा के लिहाज से खाटूश्यामजी मंदिर के आसपास के भी बाजार बंद करवा दिये गए। यहीं नहीं, उपराष्ट्रपति के खाटूश्यामजी पहुंचने पर मंदिर में आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन शाम 4 बजे तक के लिए बंद रहने की घोषणा कर दी गई।