कारोना से एक और झटका : खामोश हुईं बीजेपी की प्रखर 'किरण', राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी के निधन पर यह बोले PM मोदी, बिड़ला समेत देश के दिग्गज नेता
राजस्थान बीजेपी की विधायक और दिग्गज नेता किरण माहेश्वरी के निधन से शोक की लहर, करीब 1 महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझ रही थीं किरण माहेश्वरी
जयपुर | बीजेपी की प्रख्यात नेता और पूर्व मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी की कोरोना की वजह से मौत हो गई। उन्होंने गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस लीं। वे 59 वर्ष की थीं। एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी ने रविवार देर रात अंतिम सांस ली। अब उनकी पार्थिव देह उदयपुर लाई जा रही हैं। विधायक किरण का गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। पिछले कई दिनों से उनकी हालत अस्थिर बताई जा रही थी। अब उनका निधन हो गया। बीते कुछ ही दिनों में राजस्थान विधानसभा के 3 विधायकों की मौत हो चुकी हैं, जिनमें एक मंत्री शामिल हैं। राजस्थान विधानसभा के लिए कहा जाता है कि यहां दो सौ विधायक कभी एक साथ सदन में नहीं बैठ पाते। इसको लेकर कई तरह के तंत्र—मंत्र की बातें भी उठती रही हैं। हकीकत क्या है, लेकिन आज की तारीख में 200 में से 197 विधायक मौजूद हैं।
राजस्थान के राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी का शहर हो या गांव, ढाणी... हर जगह हर व्यक्ति से अटूट जुड़ाव था. हर व्यक्ति से चाहे वृद्ध, विधवा या असहाय हो या बच्चा... सभी से स्नेह रखती थी. यही उनकी सबसे बड़ी खासियत रही कि आम जनता से उनका सीधा जुड़ाव रहा. बीस तीन बार राजसमंद में विधायक और एक बार उदयपुर- राजसमंद सांसद भी रही.
किरण माहेश्वरी के शुरू से ही समाजसेवा का जज्बा था। 29 अक्टूबर 2061 को जन्मी किरण का पीहर घोसुंडा चित्तौडग़ढ़ में है, जबकि उनका ससुराल उदयपुर में है। उनके पति सत्यनारायण माहेश्वरी हैं और उनके परिवार में एक बेटा व एक बेटी है। पति मार्बल व्यवसायी है। एम.कॉम. की पढ़ाई करने के बाद राजसमंद और उदयपुर जिला ही उनका मुख्य राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र रहा है। वे 14वीं लोकसभा में संसद सदस्य के रूप में सेवा की है। इससे पहले उन्होंने राजस्थान राज्य की उदयपुर लोक सभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि, वह 15वें लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सचिन पायलट के खिलाफ अजमेर लोकसभा क्षेत्र से हार गई थीं। उन्होंने दिसंबर 2013 में राजसमंद विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और 30,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की। वह वसुन्धरा राजे सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी रहीं।
माहेश्वरी के निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'किरण माहेश्वरी जी के असामयिक निधन से पीड़ा हुई। सांसद, विधायक या राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में उन्होंने राज्य की प्रगति की दिशा में काम करने और गरीबों को हाशिए पर से उठाने के लिए कई प्रयास किए। उनके परिवार के प्रति संवेदना। ओम शांति।'
भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी के निधन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, राजसमंद (राजस्थान) से विधायक बहन किरण माहेश्वरी जी का निधन बेहद दुखद है। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज की सेवा और हितों को संरक्षित करने के लिए समर्पित किया। मेरे लिए उनका निधन व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें।परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। साथ ही आगे लिखा कि किरण जी के साथ राजनीतिक-सामाजिक जीवन में लम्बे अरसे तक काम किया।
सामाजिक विषयों विशेषतः महिलाओं व वंचित वर्गों के अधिकारों की वे सशक्त आवाज थीं। दीन-दुखियों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहने वाली किरण जी को उनकी निर्भीकता व स्पष्टवादिता के लिए सदैव याद किया जाएगा।
इधर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की कैबिनेट में रही किरण माहेश्ववरी को लेकर राजे ने संवेदना व्यक्त करते हुए इसे संगठन के लिए बड़ी क्षति बताया है। राजे ने लिखा है कि स्व. किरण से मेरा गहरा लगाव था। उन्होंने सदैव भाजपा को मजबूती प्रदान की और आजीवन भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में भूमिका निभाई। उनके निधन से संगठन में हुए खालीपन को भरना आसान नहीं होगा। आज वो हमारे बीच नहीं है लेकिन हमारी स्मृतियों में वे सदैव जिंदा रहेंगी।
इन विधायकों का हुआ निधन
राजस्थान विधानसभा में दो सौ विधायक है और बीते कुछ दिनों में ही 3 विधायकों का निधन हो चुका है।
1. कैलाशचन्द्र त्रिवेदी बीजेपी
2. मास्टर भंवरलाल मेघवाल कांग्रेस
3. श्रीमती किरण माहेश्वरी