यह कैसा सिस्टम: पंचायत समिति चुनाव में फर्जी आधार से मतदान, फर्जी मतदान की जांच कागजों में हुई दफन
राजस्थान के जालोर जिले में हुए पंचायती राज चुनाव में जसवंतपुरा पंचायत समिति के वार्ड संख्या 12 में फर्जी मतदान का मामला सामने आया है।
- ई मित्र संचालक को नही मिली कारस्तानी की सजा
जालोर।
राजस्थान के जालोर जिले में हुए पंचायती राज चुनाव में जसवंतपुरा पंचायत समिति के वार्ड संख्या 12 में फर्जी मतदान का मामला सामने आया है। वार्ड संख्या 12 के भाजपा प्रत्याशी रामसिंह परमार ने बताया कि मतदान के दौरान ही बूथ कार्यकर्ताओ ने फर्जी मतदान को लेकर शिकायत की लेकिन फिर भी चुनाव ड्यूटी में कार्यरत कार्मिक फर्जी मतदान रुकवाने में नाकामयाब रहे। बूथ कार्यकर्ताओ द्वारा की गई शिकायत के बाद पुलिस जरूर मौके पर पहुंची थी लेकिन सिर्फ आधार कार्ड जब्त कर इतिश्री कर दी जबकि नियमानुसार तो फर्जी मतदान करने वालों को हिरासत में लेना चाहिए था। पुलिस केवल फर्जी आधार कार्ड एकत्रित कर अपने साथ ले गई। पंचायत समिति के चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी ने शिकायत भी दर्ज करवाई बावजूद इसके चुनाव ड्यूटी में कार्यरत अधिकारी ने कार्रवाई करने की जहमत नही उठाई।
फर्जी मतदान मामले में सोशल मीडिया पर हुआ मेसेजों का आदान प्रदान।
कांस्टेबल की इस कार्यशैली से पनपा रोष-
दरअसल चुनाव मतदान में फर्जी आधार कार्ड से एक के बाद एक फर्जी वोट दिया जा रहा था इसकी शिकायत उच्चाधिकरियो तक की गई। सूचना पर जसवंतपुरा पुलिस से अशोक जानी मौके पर पहुंचे और करीब दो दर्जन से अधिक लोगों से आधार कार्ड भी जब्त किए लेकिन उक्त लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की और उन्हें मौके से छोड़ दिया गया। पुलिस कांस्टेबल द्वारा उक्त सभी के पास फर्जी आधार कार्ड अपने साथ ले जाना और उक्त लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई ना करना भी कई सवाल खड़े कर रहा है।
ई-मित्र संचालक की कारस्तानी-
पंचायत समिति चुनाव प्रत्याशी ने जसवंतपुरा गांव के ही एक ई मित्र संचालक पर फर्जी आधार कार्ड बनाने का आरोप मढ़ा है। उन्होंने बताया कि ई मित्र संचालक को पता था कि यह लोग प्रवासी है और फिलवक्त यह लोग राज्य से बाहर है। ऐसे में ई मित्र संचालक ने फर्जी आधार कार्ड तैयार उन आधार कार्डो से फर्जी वोट करवाए है। ई मित्र संचालक की कारस्तानी तो उन आधार कार्ड में साफ झलक रही है जिसमें ई मित्र संचालक ने फर्जी आधार कार्ड में स्थानीय लोगों के फोटो बदल दिए साथ आधार नंबर को भी बदल दिया गया।
सोशल मीडिया पर मतदान की जानकारी से प्रवासी आश्चर्यचकित-
चुनाव में फर्जी आधार कार्ड से हुए मतदान को लेकर जब सोशल मीडिया व्हाट्सएप्प ग्रुप में मेसेजों का आदान प्रदान हुआ तो कई प्रवासी अश्कार्यचकित रह गए।उनका आश्चर्यचकित होना भी लाजिमी था क्योंकि वे अपने गांव से हजारो किमी दूर थे और उनके फर्जी आधार कार्ड से वोट कास्ट किया गया था।
उपखण्ड़ अधिकारी को भी सौंपा था ज्ञापन-
पंचायत समिति चुनाव में फर्जी आधार कार्ड से फर्जी मतदान को लेकर ग्रामीणों व भाजपा प्रत्याशी ने इस संबंध में उपखण्ड़ अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा था लेकिन जांच ठंडे बस्ते में ही है।
कागजों में दब गई दर्ज कराई गई शिकायत-
पंचायत समिति चुनावो में फर्जी आधार कार्ड बनाकर फर्जी मतदान करवाने को लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई थी लेकिन वो शिकायत कागजो में दबकर रह गई।अभी तक कोई कार्रवाई नही की गई है।
- रामसिंह परमार, प्रत्याशी वार्ड संख्या 12 जसवंतपुरा।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे-
चुनाव में फर्जी आधार कार्ड से मतदान करवाने की शिकायत आई थी। पुलिस मौके पर भी गई थी। यह काम तो चुनाव अधिकारी है।
- मनीष सोनी,थानाधिकारी, जसवंतपुरा।