जालोर: शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती: संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ कल्ला ने जालोर के गोपाल बाड़ी संस्कृत विद्यालय में रिक्त पदों पर शिक्षक लगाने का दिया आश्वासन

राजस्थान सरकार के संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने मंगलवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि जालोर के आहोर विधानसभा क्षेत्र में राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, गोपाल बाड़ी में आगामी भर्ती से रिक्त पद को शीघ्र भर दिया जाएगा।

जयपुर।
राजस्थान सरकार के संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने मंगलवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि जालोर के आहोर विधानसभा क्षेत्र में राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, गोपाल बाड़ी में आगामी भर्ती से रिक्त पद को शीघ्र भर दिया जाएगा।
उन्होंने प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, गोपाल बाड़ी में शिक्षकों के 5 पद स्वीकृत है।
वहां विद्यार्थियों की संख्या 35 है। नियमानुसार 30 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक पदस्थापित होता है। ऐसे में उस विद्यालय में एक शिक्षक पदस्थापित है।
जैसे ही रिक्तियां भरी जाएगी, वहां दूसरे शिक्षक की नियुक्ति भी कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जो विद्यालय निर्धारित मापदंड पूरा नहीं करते, वहां विद्यालय क्रमोन्नति नहीं की जाती है।
इससे पहले डॉ. कल्ला ने प्रश्नकाल में विधायक छगनसिंह के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि विधानसभा क्षेत्र आहोर में संस्कृत शिक्षा विभाग के नियंत्रणाधीन कुल दो राजकीय संस्कृत विद्यालय राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय, ओडवाडा तथा राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, गोपाल बाड़ी संचालित है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में संस्कृत शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, बरवा (घाणा-ग्राम पंचायत) को क्रमोन्नत करने संबंधी कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।
डॉ. कल्ला ने बताया कि विद्यालय क्रमोन्नति हेतु मानदण्ड निर्धारित है तथा विद्यालय क्रमोन्नति हेतु विभाग में प्राप्त प्रस्तावों का गुणावगुण के आधार पर परीक्षण कर, वित्तीय उपलब्धता होने व निर्धारित मानदण्डों की पूर्ति होने के आधार पर निर्णय लिया जाता है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में नवीन विद्यालय खोलने हेतु बजट उपलब्ध नहीं है तथा विद्यालय खोलने हेतु मानदण्ड निर्धारित है। 
उन्होंने बताया कि विद्यालय खोलने हेतु विभाग में प्राप्त प्रस्तावों का गुणावगुण के आधार पर परीक्षण कर, वित्तीय उपलब्धता होने व निर्धारित मानदण्डों की पूर्ति होने के आधार पर निर्णय लिया जाता है।