राजस्थान: अब जालोर जिले के एक साधु का अश्लील वीडियो हुआ वायरल

जालोर जिले में इन दिनों एक साधु की अश्लील हरकतों का वीडियो खूब वायरल हो रहा हैं। ये वीडियो जालोर जिले की भीनमाल तहसील के पुनासा गांव स्थित मठ के बाबा महेंद्र गिरी का बताया जा रहा हैं।

जालोर। राजस्थान के जालोर जिले में इन दिनों एक साधु की अश्लील हरकतों का वीडियो खूब वायरल हो रहा हैं। ये वीडियो जालोर जिले की भीनमाल तहसील के पुनासा गांव स्थित मठ के बाबा महेंद्र गिरी का बताया जा रहा हैं। वीडियो में ये बाबा एक युवक के साथ नज़र आ रहा हैं। वीडियो में बाबा पूरी तरह से साफ नजर आ रहा हैं वहीं बाबा के साथ युवक के सिर्फ पैर दिखाई दे रहे हैं। युवक खड़ी अवस्था में हैं, वहीं बाबा घुटनों के बल बैठकर युवक के गुप्तांग के साथ अश्लील हरकत करते नज़र आ रहा हैं। वही बाबा अपने दूसरे हाथ से स्वयं के गुप्तांग से भी अश्लील हरकत कर रहा हैं। उक्त वीडियो इतना अश्लील हैं कि इसे बिना ब्लर किए दिखाया नही जा सकता। आपको बता दें ये वीडियो 15 सेकेंड का हैं जिसमें अंत में ये बाबा खुद मुस्कराते हुए कैमरा बन्द करते दिखाई दे रहा हैं, वही युवक अपनी जगह से पीछे हटता दिखाई दे रहा। सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल होता जा रहा हैं। आपको बता दें बाबा का वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय लोगो में काफी गुस्सा देखा जा रहा हैं। साथ ही बाबा को मठ से बेदखल करने की भी जोरदार मांग उठ रही हैं। इस युवा बाबा के सैकड़ो शिष्य बताए जा रहे हैं। और बाबा भजन गायक भी बताया जा रहा हैं। ऐसे में इस बाबा को अपना गुरु मानने वाले लोगों में जबरदस्त आक्रोश होना स्वाभाविक हैं।

बाबा को महिलाओं की तरह दिखना लगता हैं अच्छा

पुनासा मठ के इस बाबा महेंद्र गिरी को महिलाओं की तरह हरकतें करना काफी अच्छा लगता हैं। बाबा के कई वीडियो फेसबुक पर हैं, जिसमें बाबा महिलाओं की तरह कपड़े पहनकर नाचता नज़र आ रहा हैं। वहीं बाबा भजन गायक के रूप में काफी प्रसिद्धि पा चुका हैं। जिसके चलते बाबा के महिला पुरुष शिष्य बने हुए हैं।

बाबागिरी के साथ साथ भोपागिरी भी

पुनासा मठ का बाबा महेंद्र गिरी बाबागिरी के साथ भोपागिरी भी करता हैं। बाबा अपने आप को माता राणी भटियाणी का भोपा बताता हैं। जिससे प्रभावित होकर सैकड़ो लोग प्रत्येक रविवार को यहां आते हैं। जिसमें अधिकतर महिलाएं होती हैं। बाबा ने पुनासा गांव की कई एकड़ गोचर भूमि पर अतिक्रमण भी कर रखा हैं। पर तांत्रिक क्रियाओं से डरने के कारण जिम्मेदार अधिकारी भी इसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नही करते।