मैडम को जालोर से इतनी नफरत क्यों?: भरतपुर के राजकीय संग्रहालय में धमकाया-सुधर जाओ, नहीं तो जालोर करा दूंगी तबादला

संग्रहालय की हालत देखकर अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई और कहा कि अधिकारी समझ जाएं, वरना जालौर तबादला करा दूंगी। मुझे ऐतिहासिक स्थल की हालत पर्यटकों की नजर में सुंदर और साफ-सुथरी चााहिए।

भरतपुर पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ को लगता है जालोर जिले से नफरत है। यहां के राजकीय संग्रहालय के निरीक्षण के दौरान उनके रूख से तो ऐसा ही लगता है। राठौड़ बुधवार दोपहर किला परिसर स्थित राजकीय संग्रहालय का निरीक्षण करने पहुंची। जहां प्रमुख शासन सचिव राठौड़ ने संग्रहालय की हालत देखकर अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई और कहा कि अधिकारी समझ जाएं, वरना जालौर तबादला करा दूंगी। मुझे ऐतिहासिक स्थल की हालत पर्यटकों की नजर में सुंदर और साफ-सुथरी चााहिए।

उन्होंने अव्यवस्थाओं को देखकर अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए कहा कि ऐतिहासिक मूर्तियों के निरीक्षण दौरान वरिष्ठ सहायक सहायक गजेंद्र सिंह से कहा कि जालौर भिजवा दूंगी। पहले भी एक अधिकारी अवस्थी को यहां से एपीओ किया गया है। उन्होंने कहा कि लोग मूर्तियों को हाथ लगाकर गंदा कर रहे हैं। इन्हें शीशे से ढका जाए और लाइटिंग की जाए। कार्यालय में अखबार, झाड़ू व कबाड़ का सामान भरा हुआ है। इसका निस्तारण करें और जो धरोहर है उसे बाहर पटक रखा है।

संग्रहालय के सीसीटीवी खराब होने पर अधिकारियों को लताड़ लगाई और कहा कि आप अपने इन्हें देखा क्यों नहीं इन्हें चार्टशीट देने के लिए कहा कि 15 दिन पहले अधीक्षक संग्रहालय विनीत कुमार गोधल ने ज्वाइन किया था, लेकिन उन्होंने कहा कि इन्हें सुरक्षा की दृष्टि से देखना तो चाहिए था, यह बहुत बड़ी लापरवाही है। उन्होंने कहा कि कमरों में झाडू रख रखी है, इनका निस्तारण करो। एकाध अधिकारी को कहा कि जालोर भिजवा दूंगा, एक को भिजवा दिया है, तुम्हे भी जाना है तो जा सकते हो, वरना नहीं जाना तो संग्रहालय की हालत को सुधारिए। हमाम के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि यहां पर गाइड लगाए जाएं या फिर म्यूजिकल सिस्टम इस तरह का हो कि जो लोगों को इस इतिहास के बारे में बताए। हमाम बहुत सुंदर बना है।

कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह पिछले काफी समय से भरतपुर को पर्यटन केंद्र के रूप में विश्व के मानचित्र पर विकसित करने के लिए कवायद करने में जुटे हुए हैं। क्योंकि कोरोनाकाल के बाद विदेशी पर्यटक आ नहीं रहे हैं। ऐसे में प्रदेश व देश के हिसाब से पर्यटन को विकसित करने की मुहिम चलाई जा रही है।