फर्स्ट भारत की खबर का असर: नाले पर भूखण्ड कांटकर बेचने के अरमानों पर फिरा पानी

बरसाती नाले को मिट्टी से पाटकर उस पर भूखण्ड कांटकर नाले को चट करने की कवायद को फर्स्ट भारत की खबर ने पस्त कर दिया है। पुरा मामला जालोर जिले के जसवंतपुरा-रामसीन रोड़ हाड़पुरा हनुमान जी के सामने लक्ष्मनगिरी धूनी के पास का है।

  • खबर प्रकाशित होने के बाद हरकत में आया राजस्व विभाग
  • सर्वोच्च न्यायालय के सख्त आदेश के बावजूद भी नाले व तालाब पर भूमाफियाओं की रहती है तिरछी निगाहें
जालोर। 
जालोर जिले में जसवंतपुरा-रामसीन रोड़ हाड़पुरा हनुमान जी के सामने लक्ष्मनगिरी धूनी के पास  भूमाफियाओं ने बरसाती नाले पर पहले तो मिट्टी डालकर पाट दिया और बाद में पास ही स्थित उनकी जमीन के साथ साथ इस सरकारी भूमि पर भी भूखण्ड कांटकर बेचने की योजना थी लेकिन फर्स्ट भारत ने इस संबंध में ''भूमाफियाओं का खेल: पहले नाले को मिट्टी डालकर भर दिया,अब नाले सहित तालाब पर बेचने लगे भूखण्ड'' शीर्षक से खबर प्रकाशित की। खबर प्रकाशित होने के बाद राजस्व विभाग हरकत में आया और उसी दिन तहसीलदार रामलाल मीणा,नायब  तहसीलदार समेत पटवारी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का दौर शुरू हुआ। राजस्व विभाग ने पहले तो भूमाफिया द्वारा सरकारी नाले में की गई तारबंदी को हटवाया साथ ही 91 नियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है।
नाले सहित तालाब को चट करने की कोशिश को फर्स्ट भारत ने किया विफल-
सर्वोच्च न्यायालय के सख्त आदेशों के बावजूद भी भूमाफिया सरकारी नाले व तालाब को चट करने की कोशिश में रहते है। भूमाफियाओं की तिरछी नजर की वजह से दिनों-दिन नालो व तालाब का अस्तित्व खतरे में है। राजस्व रेकर्ड में तो नाले व तालाब दर्ज है लेकिन मौके पर गायब से प्रतीत होते है। जसवंतपुरा-रामसीन रोड पर भी भूमाफियाओं की नीयत नाले व तालाब को चट कर भूखण्ड बेचने की थी लेकिन जैसे ही फर्स्ट भारत को इसकी भनक लगी वैसे ही खबर प्रकाशित की गई और खबर प्रकाशित होते ही राजस्व विभाग ने भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का डंडा चलाकर उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है।
इनका कहना है-
फर्स्ट भारत से जानकारी थी कि भूमाफिया सरकारी नाले व तालाब पर भूखण्ड कांटकर बेचने की फिराक में है। सूचना मिलते मै व नायब तहसीलदार व पटवारी मौके पर पहुंचे और तारबंदी को हटवाया साथ ही 91 के तहत कार्रवाई जारी है।
- रामलाल मीणा, तहसीलदार, जसवंतपुरा।