Blind Love: प्यार में अंधे होकर प्रेमी-प्रेमिका ने बसा लिया नया घर, 10 बच्चे हो गए बेघर
प्रेमी के प्यार में मां ऐसी पागल हुई कि, अपने पांच बच्चे पुलिस के पास छोड़ गई। जिसके बाद जो भाई-बहन अभी तक एक साथ रहते थे वे अब अनाथआलय में अलग-अलग रहकर अपना जीवन काटने को मजबूर हो गए है।
अलवर | प्यार अंधा होता है लेकिन प्यार की इस भूख में इंसान क्या इतना भी अंधा हो जाता है कि अपने मासूम बच्चों को लावारिस की तहर छोड़ कर दूसरा घर बसाने की तैयारी कर ले। राजस्थान के अलवर जिल से कुछ इस तरह की खबर सामने आई है जिसमें प्रेमी के प्यार में पागल एक मां ने अपने एक दो नहीं बल्कि 10 बच्चों को छोड़ दिया। इन बच्चों में पांच बच्चे उसके प्रेमी के भी हैं। दोनों अपने बच्चों को छोड़कर नया प्रेम ग्रंथ लिखने निकल पड़े।
जानकारी के अनुसार, अलवर में शादीशुदा दो प्रेमियों ने अपने पांच-पांच बच्चों की परवाह किए बिना उन्हें छोड़ दिया है। मां की ममता तो यहां भी नहीं पसीजी। प्रेमी के प्यार में मां ऐसी पागल हुई कि, अपने पांच बच्चे पुलिस के पास छोड़ गई। जिसके बाद जो भाई-बहन अभी तक एक साथ रहते थे वे अब अनाथआलय में अलग-अलग रहकर अपना जीवन काटने को मजबूर हो गए है।
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पुलिस ने इन पांच बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। जहां से समिति के निर्देश पर दो बेटियों को जयपुर बालिका गृह और दो बेटों को अलवर के बाल गृह में भेज दिया गया। जबकि एक बेटा काम के लिए बाहर गया हुआ था। वहीं, दूसरी ओर प्रेमी मौसम के पांच बच्चे उसकी पहली पत्नी और दादी के पास रह रहे हैं।
नूरजहां ने बुआ के पास छोड़ रखे थे बच्चे
जानकारी के मुताबिक, अलवर के जाजोर बास में रहने वाली एक महिला नूरजहां ने अपने पति को छोडकर प्रेमी मौसम से शादी कर ली। मौसम और नूरजहां दोनों के ही पांच-पांच बच्चे हैं। बताया जा रहा है कि, नूरजहां ने अपने बच्चे बुआ के पास छोड रखे थे।
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नहीं मानी बात तो बुआ भी छोड़ गई पुलिस थाने
प्यार में पागल दोनों प्रेमी हाईकोर्ट से प्रोटक्शन वारंट लेकर एमआईए थाने में पेश हुए थे। ऐसे में नूरजहां की इस करतूत का बुआ को भी पता चल गया तो बुआ भी इन बच्चों को लेकर थाने में पहुंच गई और नूरजहां को बच्चों की दुहाई देते हुए खूब समझाया, लेकिन प्यार अंधा होने के साथ-साथ बेहरा भी होता है जो किसी कि नहीं सुनता। ऐसे में नूरजहां के नहीं मानने पर बुआ भी बच्चों को पुलिस के पास छोड़ गई। जिसके बाद पुलिस ने इन बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया।