धूंजे पहाड़: कारगिल में आया 4.3 तीव्रता का भूकंप, गहराई जमीन से 10 किमी नीचे

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, सोमवार सुबह कारगिल में आए भूकंप की तीव्रता सामान्य से अधिक थी जो 4.3 रही और भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी।

नई दिल्ली |  जम्मू-कश्मीर से सटे लद्दाख के कारगिल में सोमवार को ऊंचे-ऊंचे पहाड़ सुबह अचानक आए भूकंप से हिल उठे। जानकारी के अनुसार, कारगिल में 4.3 तीव्रता का भूकंप आया है। 


कारगिल से 64 किमी डब्ल्यूएनडब्यू में लगे भूकंप के झटके
आज सुबह करीब 9ः30 बजे कारगिल से 64 किमी डब्ल्यूएनडब्यू में 4.3 तीव्रता का भूकंप आया। जिससे एक बार तो क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पहाड़ों से घिरी भूमि अचानकक से डोलने लगी तो लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि, अभी किसी तरह के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।

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भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, सोमवार सुबह कारगिल में आए भूकंप की तीव्रता सामान्य से अधिक थी जो 4.3 रही और भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी।

जानिए क्यों आता है भूकंप 
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है। इसमें इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट शामिल है। क्रस्ट और ऊपरी मैंटल को लिथोस्फेयर कहते हैं। यह 50 किमी की मोटी परत है। इन्हें ही टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। यह टैकटोनिक प्लेट्स हमेशा अपनी जगह से हिलती रहती हैं। जब ये बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप आ जाता है।

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इसलिए आता है भूकंप
पृथ्वी की बाहरी परत में अचानक हलचल होती है जिससे उत्पन्न ऊर्जा इसका कारण होता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर भूकंप की तरंगें पैदा करती है। ये तरंगे धरती को हिलाकर प्रकट होती है। भूकंप आने के दो कारण होते हैं-प्राकृतिक या मानवजनित। ज्यादातर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं। ये मुख्य दोष भारी मात्रा में गैस प्रवास, ज्वालामुखी, पृथ्वी के भीतर गहरी मीथेन, भूस्खलन अथवा नाभिकीय परिक्षण हैं। 3 रिक्टर की तीव्रता से आने वाला भूकंप सामान्य होता है जबकि 7 रिक्टर से आने वाला भूकंप गंभीर क्षति पहुंचाने वाला होता है।