जंगली जानवरों का हमला: वासा गांव में जंगली सुअर का आतंक, पांच लोग घायल. वन विभाग की लापरवाही से हो रही है घटनाएं, आए दिन हमला करते हैं जंगली जानवर
वासा गांव में जंगली सुअरों का आतंक छाया हुआ है।आए दिन जंगली सुअर क्षेत्र में कोहराम मचा रहे है।ताजा मामला यह है कि जंगली सुअर ने एक बार फिर अपने आतंक का परिचय देते हुए एक ही दिन में पांच लोगो को बुरी तरह से घायल कर दिया है।पांच घायलों में से तीन घायलो का आबूरोड़ अस्पताल में उपचार चल रहा है वहीं दो गंभीर रूप से घायल हुए
सरूपगंज | वासा गांव में जंगली सुअरों का आतंक छाया हुआ है।आए दिन जंगली सुअर क्षेत्र में कोहराम मचा रहे है।ताजा मामला यह है कि जंगली सुअर ने एक बार फिर अपने आतंक का परिचय देते हुए एक ही दिन में पांच लोगो को बुरी तरह से घायल कर दिया है।पांच घायलों में से तीन घायलो का आबूरोड़ अस्पताल में उपचार चल रहा है वहीं दो गंभीर रूप से घायल हुए लोगों का गुजरात के पालनपुर में उपचार चल रहा है।
पूरा मामला रोहिड़ा थाना क्षेत्र के वासा गांव का है।जहां पर अपने खेत पर काम रहे भंवरलाल घांची व कमला देवी घांची काम कर रहे थे तभी अचानक एक जंगली सुअर ने दौड़ता हुआ आया और उन दोनों पर हमला कर दिया।इसके बाद पास के ही खेतो में काम कर रहे लोगो ने दोनो घायलो को रोहिड़ा अस्पताल पहुंचाया जहां हालात गंभीर होने पर उन्हें आबूरोड़ रेफर कर दिया गया।इतना ही नही इसके बाद शाम को फिर से इस जंगली सुअर ने अपना कहर बरपाया और खेतों में काम रहे तीन और काश्तकारों को हमला कर नोचा और उन्हें भी बुरी तरह से घायल कर दिया।जंगली सुअर ने अब तक पांच लोगों को अपना शिकार बनाया जिनमे तीन लोगों का आबूरोड तो वहीं दो लोगों का गुजरात के पालनपुर में उपचार चल रहा है।
किसानों में भय का माहौल
सोमवार सुबह से ही जंगली सुअर ने गांव में अपना आतंक मचा रखा है।भंवरलाल घांची व कमला देवी घांची खेत मे काम कर रहे थे उसी समय सुअर ने घात लगाकर हमला बोल दिया।चीख पुकार सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे लोग मौके पर पहुंचे और सुअर को खदेड़कर उसे बचाया।भंवरलाल घांची,कमला देवी खून से लथपथ हालात में रोहिड़ा अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें आबूरोड़ रेफर किया गया।इसी तरह हकमाराम गमेती,भंवरलाल माली जशोदा को भी घायल कर दिया।
एक तरफ जहां जंगली सुअर खेतो में खड़ी फसलों को नष्ट कर रहे है वहीं दूसरी तरफ एक के बाद एक हमले में काश्तकारों को बुरी तरह से जख्मी भी कर रहे है।
एसडीएम ने वन विभाग के रेंजर को दिए निर्देश-
जंगली सुअर के गांव में आतंक को लेकर एसडीएम हरिसिंह देवल ने तुरंत संज्ञान लेते हुए पिंडवाड़ा वन विभाग के रेंजर लक्ष्मण राज सुरेशा को निर्देश देकर तुरंत प्रभाव से जंगली सुअर को पकड़ने के निर्देश दिए।एसडीएम के निर्देश के बाद आनन फानन में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची लेकिन तब तक अंधेरा हो चुका था।
रोहिड़ा थानाधिकारी व पुलिस जाब्ते ने संभाला मोर्चा-
जंगली सुअर के एक के बाद एक हमले के बाद रोहिड़ा थानाधिकारी हनवंतसिंह भाटी समेत पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाला और सर्च ऑपरेशन शुरू किया लेकिन अंधेरा होने की वजह से कोई सफलता नही मिल पाई।सरपंच प्रभुराम हीरागर,पीरचंद मेघवाल,नारायणलाल प्रजापत,रजनीकांत दवे,देवाराम घांची समेत काफी संख्या में ग्रामीण भी मौके पर मौजूद रहे।
सूचना के बावजूद भी वन विभाग टीम के नही पहुंचने से ग्रामीणों में रोष-
सोमवार सुबह से ही जंगली सुअर का आतंक रहा।ग्रामीणों की सूचना के बाद भी वन विभाग की टीम मौके पर नही पहुंची जिसको लेकर ग्रामीणों में खासा रोष देखने को मिला।ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग ने जंगली सुअर के आतंक को खत्म करने के लिए कोई कवायद नही की यही कारण है कि सुबह से अब तक पांच लोग को सुअर ने घायल कर दिया।अगर समय रहते सुबह ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच जाती तो शाम को तीन और काश्तकार सुअर का शिकार नही बनते।पूरे मामले में ग्रामीणों ने वन विभाग की लचर कार्यशैली को इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार बताया।