Jalore का नर्मदा नीर आंदोलन को समर्थन: भीनमाल मांगे नर्मदा नीर आंदोलन के समर्थन में नर्मदा नीर संघर्ष समिति ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन,पेयजल की आपूर्ति प्रारंभ करने की मांग

नर्मदा नीर संघर्ष समिति भीनमाल की ओर से गुरुवार को नर्मदा ईआर प्रोजेक्ट के अंतर्गत भीनमाल शहर एवं क्षेत्र में नर्मदा पेयजल योजना को अतिशीघ्र क्रियान्वित कर नियमित आपूर्ति करने को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि को ज्ञापन सौंपा। नर्मदा नीर संघर्ष समिति की ओर से कलेक्टर को दिए गए

जालोर।
नर्मदा नीर संघर्ष समिति भीनमाल(Narmada Neer Sangharsh Samiti Bhinmal) की ओर से गुरुवार को नर्मदा ईआर प्रोजेक्ट (Narmada ER Project)के अंतर्गत भीनमाल शहर एवं क्षेत्र में नर्मदा पेयजल योजना को अतिशीघ्र क्रियान्वित कर नियमित आपूर्ति करने को लेकर मुख्यमंत्री(Chief Minister) के नाम जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि (Collector Namrata Vrishni)को ज्ञापन सौंपा। नर्मदा नीर संघर्ष समिति की ओर से कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में बताया कि जालोर जिले में नर्मदा पेयजल की आपूर्ति के लिए नर्मदा ईआर प्रोजेक्ट 2008 में स्वीकृत हुआ था। वर्ष 2013 में इसके वर्क आर्डर जारी हुए, जो कि वर्ष 2016 तक इस कार्य को पूर्ण किया जाना था और पूरे जिले में नियमित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जानी थी, लेकिन सांचौर स्थित आरडब्लूआर पालड़ी सोलंकीयान से भीनमाल मुख्यालय की दूरी मात्र 86 किलोमीटर होते हुए भी इतने वर्षों पश्चात पेयजल की आपूर्ति नियमित नहीं हो पाई है।

307 गांव अभी तक नर्मदा के जल से महरूम 
ज्ञापन में बताया कि भीनमाल शहर में तो सप्ताह में मुश्किल से 1 दिन पेयजल की आपूर्ति हो पाती है।अब आप स्वयं कल्पना कर सकते हैं कि नगरवासी और क्षेत्रवासी पेयजल के लिए कितनी दिक्कतों का सामना करते होंगे। ज्ञापन में बताया कि भीनमाल सहित जिले के 307 गांव अभी तक नर्मदा के जल से  महरूम हैं। ग्रामवासियों की ओर से सैकड़ों बार समय-समय पर राज्य सरकार और संबंधित विभाग का ध्यान आकर्षित किया जाता रहा है, उसके बावजूद 2016 से अब तक भी नर्मदा के पेयजल की आपूर्ति ना हो पाने के चलते भीनमाल और आसपास क्षेत्र के नागरिकों ने लोकतांत्रिक तरीके से पिछले 8 अगस्त 2021 से शांतिपूर्ण आंदोलन प्रारंभ कर रखा है। जिसके तहत प्रतिदिन नर्मदा नीर संघर्ष समिति के तत्वावधान में विभिन्न संस्थाओं एवं संगठनों की ओर से ज्ञाप।