भीलवाड़ा में कांस्टेबल हत्या का मामला: जालोर में तीन जिलों की पुलिस ने घेरा, फायरिंग हुई, 2 कांस्टेबल की हत्या में शामिल तस्कर भाटीप से गिरफ्तार
भीलवाड़ा में 10 अप्रेल को तस्करों ने फायरिंग कर दो कांस्टेबलों की हत्या कर दी थी। हत्या में शामिल पाबूराम के भाटीप में होने की जानकारी पर भीलवाड़ा, जालोर व बाड़मेर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशनल में तस्कर को पकड़ा। रात 3 बजे पुलिस की जवाबी फायरिंग में पाबूराम के पैर में लगी गोली।
- गणपतसिंह मांडोली 9929420786
जालोर.
जालोर जिले के करड़ा थाना क्षेत्र के भाटीप गांव में देर रात ३ बजे तस्कर और पुलिस के बीच फायरिंग हुई। जिसमें तस्कर पाबूराम के पैर में गोली लग गई और पुलिस ने तस्कर पाबूराम को गिरफ्तार कर लिया है। घायल तस्कर को जालोर के सार्वजनिक चिकित्सालय लाया गया, जहां उपचार के बाद पुलिस उसे करड़ा थाने ले गई।
भीलवाड़ा में तस्करों द्वारा दो कांस्टेबलों की हत्या के बाद पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में लगी थी। पुलिस को वारदात में शामिल तस्कर पाबूराम के जालोर जिले के करड़ा थाने के भाटीप गांव में होने की सूचना मिली। जिस पर भीलवाड़ा, बाड़मेर और जालोर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में उसे देर रात ३ बजे घेर लिया गया। पुलिस ने उसे सरेंडर के लिए कहा तो पाबूराम ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में पाबूराम के पैर में गोली लग गई और घायल हो गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उपचार के लिए जालोर लेकर आई। यहां सार्वजनिक अस्पताल में उसकार उपचार करवाकर करड़ा थाने ले गई। जहां से उसे भीलवाड़ा ले जाया जाएगा।
कांस्टेबल की हत्या में शामिल था पाबूराम
Photo - तस्करों की गोली लगने से कांस्टेबल ऊंकार रायका व पवन चौधरी की मौत हो गई थी।
1. भीलवाड़ा में 10 अप्रेल की रात में चेकिंग के दौरान दो चेक प्वॉइंट पर गाडिय़ों में सवार हथियारबंद बदमाशों ने फायरिंग की थी। पहला चैक प्वाइंट कोटड़ी इलाके में 10 अप्रेल देर रात श्रीचारभुजा नाथ मंदिर के पास पुलिस नाकाबंदी करके वाहनों की चेकिंग कर रही थी। रात करीब 11 बजे एक स्कॉर्पियो, दो कार और दो पिकअप तेज रफ्तार से आईं। पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो स्कॉर्पियो सवार तस्करों ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस फायरिंग में एक गोली कांस्टेबल ऊंकार रायका के सीने में लग गई। जिनकी अस्पताल में मौत हो गई।
2. उसके बाद 40 किलोमीटर दूर रायला में करीब ढाई बजे ही फायरिंग की दूसरी वारदात सामने आ गई। इस वारदात को भी कोटड़ी की तर्ज पर अंजाम दिया गया। यहां भी चेक प्वॉइंट पर जांच के दौरान तेज रफ्तार स्कॉर्पियो में बैठे तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। कांस्टेबल पवन चौधरी को एक गोली लग गई। उन्हें तुरंत उनके साथी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वारदात के बाद... बरामद कर ली थी स्कॉर्पियो व डोडा से भरा पिकअप
Photo- भीलवाड़ा पुलिस ने जब्त कर ली थी वारदात में उपयोग ली गई गाड़ी।
कॉन्स्टेबल की मौत को मामले में पुलिस ने बदमाशों की गाड़ी राजसमंद के भीम से बरामद कर ली है। वहीं, तस्कर आसपास के क्षेत्र में ही कहीं छुपे बताए जा रहे थे। स्कॉर्पियो मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया है। उसके बाद आसपास के क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस दरम्यान पुलिस को जांच के दौरान डोडा चुरा से भरी पिकअप रायला थाना क्षेत्र के जंगल में मिली थी। वहीं, स्कॉर्पियो राजसमंद जिले के भीम थाना क्षेत्र में शेखावास के पास मिली।
अपराधियों को पकडऩे के लिए... 10 थानों समेत एसपी खुद जुटे थे तलाशी में
10 अपे्रेल की घटना के बाद से ही 10 थानों की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई थी। साथ ही सभी आला अधिकारी डीएसपी, एसपी भी सडक़ पर उतर आए। जिले के अलावा राजस्थान के विभिन्न जिलों में तलाशी शुरू कर दी गई थी।
जालोर पर थी एसपी शर्मा की नजर
जालोर में पुलिस अधीक्षक रह चुके विकास शर्मा को जालोर क्षेत्र की अच्छी खासी जानकारी थी। हत्या की वारदात में शामिल पाबूराम को पकडऩे के लिए जानकारी जुटाई गई। जिसमें सामने आया कि पाबूराम का ननिहाल जालोर जिले के करड़ा थाना क्षेत्र के भाटीप गांव में तस्कर पाबूराम का ननिहाल है। गौरतलब है कि वर्तमान भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा जालोर में भी पुलिस अधीक्षक रह चुके है। ऐसे में उन्हें जालोर की अच्छी खासी जानकारी थी। इसलिए उन्होंने पहले से ही भाटीप पर नजर रखनी शुरू कर दी।
आखिर वही हुआ.... और तस्कर पकड़ा गया
पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने पाबूराम को पकडऩे के लिए जो तैयारी कर ली और आखिरकार वही हुआ। जैसे ही पाबूराम के भाटीप पहुंचने की जानकारी मिली तो उसे पकडऩे की रणनीति तैयार की गई। इसके लिए भीलवाड़ा, बाड़मेर व जालोर पुलिस ने संयुक्त करवाई को अंजाम देकर तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इसके लिए एसपी शर्मा ने अपनी पूरी टीम को इस सफल ऑपरेशन के लिए बधाई भी दी है।
2 दिन पहले ही भानिया ने किया था सरेंडर
कॉन्स्टेबल हत्या के मामले में भीलवाड़ा पुलिस अब काफी सख्त नजर आ रही है। पुलिस का भय इन अपराधियों में भी साफ तौर पर नजर आ रहा है। मामले में पुलिस फरार बदमाशों का एनकाउंटर ना कर दें, इस डर से 2 दिन पहले ही रमेश भनीत में चित्तौडग़ढ़ एनडीपीएस कोर्ट में सरेंडर कर दिया था और अपने एनकाउंटर होने की आशंका भी जताई थी।