कप्तानी छोड़ने के बाद कोहली का बयान: Team India से टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली का बयान, कहा लीडर बनने के लिए जरूरी नहीं कप्तानी
क्रिकेट में टीम इंडिया से टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद पहली बार विराट कोहली का बयान सामने आया है। विराट ने कहा कि लीडर बनने के लिए जरूरी नहीं है कि कप्तान बना जाए।
नई दिल्ली, एजेंसी।
क्रिकेट में टीम इंडिया से टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद पहली बार विराट कोहली का बयान सामने आया है। विराट ने कहा कि लीडर बनने के लिए जरूरी नहीं है कि कप्तान बना जाए।
आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार के बाद विराट ने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़कर सभी को हैरान कर दिया था।
इससे पहले उनको वन डे की कप्तानी से हटा दिया गया था और टी—20 की कैप्टेंसी विराट ने टी—20 वर्ल्ड कप के बाद ही छोड़ दी थी। विराट कोहली अब एक बल्लेबाज के तौर पर टीम में खेलते हुए नजर आएंगे।
पूर्व भारतीय कप्तान कोहली ने एक शो में बात करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि सबसे पहले आपको यह समझ होनी चाहिए कि आपने क्या हासिल करने के लिए निर्धारित किया है।
आपने टारगेट हासिल किया या नहीं। हर चीज का एक टाइम होता है, इसका आपको पता होना चाहिए। एक बल्लेबाज के तौर पर आप टीम का और अधिक देने में सक्षम हो सकते हैं।
इस दौरान कोहली ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जिक्र करते हुए कहा कि लीडर बनने के लिए आपको कप्तान होने की आवश्यकता नहीं है। जब मैं कप्तान था और धोनी टीम में थे, ऐसा नहीं था कि वे लीडर नहीं थे।
टीम में उनसे इनपुट लिया गया। जीतना या हारना आपके हाथ में नहीं होता है। अपने बेहतर के लिए प्रयास करना और हर दिन बेेहतर होना जरूरी है।
कोहली को 2015 में टेस्ट और 2017 में लिमिटेड ओवर में कप्तान बनाया गया था। कोहली ने कहा कि सभी प्रकार की भूमिकाओं और अवसरों को हमें स्वीकार करना होगा।
पहले धोनी कप्तान थे, फिश्र मैं कप्तान बन गया। हालांकि मेरी मानसिकता इतने समय से एक ही रही। मैं हमेशा टीम में कप्तान की तरह सोचता था, फिर चाहे मैं कप्तान था या फिर खिलाड़ी।
गौरतलब है कि कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया 42 माह तक टेस्ट रैंकिंग में पहले पायदान पर रही। कोहली की कप्तानी में टीम अक्टूबर 2016 में पहली बार टेस्ट में नंबर 1 बनी थी।
इसके बाद लगातार 2020 मार्च तक इस पायदान पर रहीं। 2018—19 में कोहली की कप्तानी में आस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर 2—1 से हराकर टेस्ट सीरीज जीती थी।
कोहली एशिया के ऐसे पहले कप्तान बन गए थे, जिन्होंने कंगारूओं को उन्हीं की धरती पर टेस्ट सीरीज में हराया था। कोहली ने 68 मैच में कमान संभाली और 40 में टीम इंडिया को जीत दिलाई थी।