सांसद तीरथ सिंह रावत नए सीएम: भाजपा के नेशनल सेक्रेटरी होंगे उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री, शाम को लेंगे पद की शपथ
नई दिल्ली।
उत्तराखंड में पिछले 3-4 दिन से चल सियासी ड्रामा बुधवार सुबह समाप्त हो गया। राज्य की
पौड़ी लोकसभा सीट से सांसद तीरथ सिंह रावत को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान पार्टी ने कर दिया। बताया जा रहा है कि तीरथ सिंह रावत बुधवार शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। देहरादून में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में उनके नाम मुहर लगने के बाद तीरथ सिंह के समर्थकों में खुशी की लहर फैल गई। यहां आप को बता दें कि एक दिन पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ देने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ही उनके नाम का ऐलान किया।
पौड़ी से सांसद तीरथ
तीरथ सिंह रावत 9 फरवरी 2013 से 31 दिसंबर 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के चीफ रहे हैं। इससे पहले चौबटखल विधानसभा से 2012 से 2017 में जीत थे। वर्तमान में वह भाजपा के नेशनल सेक्रेटरी हैं। उनका जन्म पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ था। इससे पहले वे उत्तरप्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। 1997 में यूपी से विधायक भी रह चुके है। वे उत्तराखंड के पहले शिक्षामंत्री रहे हैं। वर्तमान में वे पौड़ी लोकसभा सीट से सांसद हैं।
अब किसी और को मिले मौका
इस्तीफा देने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा ने छोटे से गांव के कार्यकर्ता को इतना बड़ा सम्मान दिया। 4 साल मुझे सेवा करने का मौका दिया। पार्टी ने सामूहिक रूप से फैसला लिया है कि मुझे अब किसी और को यह मौका देना चाहिए। वहीं दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी मान लिया है कि मौजूदा सरकार कुछ कर नहीं सकी है। अब मैं राज्य की सत्ता में बदलाव देख रहा हूं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे अब किसे लाएंगे। 2022 में भाजपा सत्ता में नहीं लौटने वाली। इधर पार्टी के नाराज गुट का कहना था कि अगर त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री रहे तो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। यहां तक कि पार्टी सत्ता से बाहर भी हो सकती है। पार्टी पर्यवेक्षकों ने 6 फरवरी को देहरादून जाकर पार्टी विधायकों से बात की थी। 7 फरवरी को दोनों दिल्ली लौट आए थे और अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को दी थी।