Uttar Pradesh @ मुख्यमंत्री की चेतावनी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में कहा अगर कोई भी दंगा करेता तो उसकी 7 पीढ़ियों से होगी भरपाई
उत्तर प्रदेश की पहचान ही दंगा थी, पहले की सरकार दंगाइयों को प्रश्रय देती थीं। दंगों से उत्तर प्रदेश की जनता प्रताड़ित थी। अगर कोई भी प्रदेश में दंगा करेगा तो उसकी सात पीढ़ियों को भरपाई करनी होगी।
नई दिल्ली, एजेंसी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Chief Minister Yogi Adityanath) ने दंगा करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी प्रदेश में दंगा करेगा तो उसकी सात पीढ़ियों को भरपाई करनी होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को लखनऊ में पार्टी के पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में संबोधित कर रहे थे। पंचायत भवन में हुए सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकार की फितरत ही दंगों में थी। पहले उत्तर प्रदेश की पहचान ही दंगा थी, पहले की सरकार दंगाइयों को प्रश्रय देती थीं। दंगों से उत्तर प्रदेश की जनता प्रताड़ित थी। हालात यह थे कि झूठे मुकदमे दर्ज होते थे, जो मूर्ति बनाता था, उसकी मूर्ति नहीं बिकती थी। प्रदेश में जो दीये बनाता था, उसके दीये तोड़ दिए जाते थे। लेकिन उत्तर प्रदेश में पिछले साढ़े चार साल में एक भी दंगे नहीं हुए। CM योगी ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने दंगाइयों को पहले ही दिन से ही संदेश दे दिया था कि अगर दंगा करोगे तो 7 पीढ़ियों का पट्टा लिखकर के जाना जो भरपाई करते रहेंगे। अब दंगा नहीं हो सकता प्रदेश में, प्रदेश में पर्व-त्योहार खुशी से मनाया जा रहा है।
त्योहार पर नहीं होने देंगे अंधेरा
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में पहले बिजली सिर्फ 4 जिलों को ही मिलती थी। लेकिन आज उत्तर प्रदेश के 71 जिले रोशन हैं। कोयले का संकट होने से बिजली संकट गहरा गया। वहीं दूसरी ओर बरसात के कारण कोयले की खानों में पानी भर गया। इससे एक यूनिट बिजली 22 रुपए की मिल रही है, लेकिन किसी भी कीमत पर पर्व और त्योहार में अंधेरा नहीं होने देंगे। जबकि सामान्य दिनों में हम एक यूनिट बिजली सात रुपए में मिलती है।
सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे भवंतु निरामया का मूल मंत्र
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भाजपा पार्टी राष्ट्रवादी विचारधारा पर काम करती है। भाजपा का मूल मंत्र 'सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे भवंतु निरामया' है। योगी ने कहा कि 2013 में PM नरेंद्र मोदी ने सबका साथ, सबका विकास मंत्र दिया था। अब जाति, मजहब और क्षेत्र के आधार पर देश का विघटन नहीं होने दिया जाएगा। हर वर्ग के लोगों की आवाज को अब दबाया नहीं जाएगा। उन्हें आगे बढ़ने का अवसर दिया जाएगा।