New Delhi में राजस्थानी कला का प्रदर्शन: Rajasthan की 700 साल पुरानी फड़ कला का दिल्ली के राजपथ पर होगा प्रदर्शन, 120 फीट लंबी फड़ पर क्रांतिकारियों की कहानियां
राजस्थान की 700 साल पुरानी फड़ कला का इस बार 26 जनवरी को नई दिल्ली से पूरा देश देखेगा। गणतंत्र दिवस पर भीलवाड़ा की फड़ कला का प्रदर्शन राजपथ के मुख्य मंच पर किया जाएगा। करीबन 120 फीट लंबी और 6 फीट चौड़ी इस फड़ को 15 दिनों तक प्रदर्शन के लिए रखा जाएगा।
नई दिल्ली, एजेंसी।
राजस्थान की 700 साल पुरानी फड़ कला का इस बार 26 जनवरी को नई दिल्ली से पूरा देश देखेगा। गणतंत्र दिवस पर भीलवाड़ा की फड़ कला का प्रदर्शन राजपथ के मुख्य मंच पर किया जाएगा।
करीबन 120 फीट लंबी और 6 फीट चौड़ी इस फड़ को 15 दिनों तक प्रदर्शन के लिए रखा जाएगा।
दिल्ली के राजपथ पर आमने सामने की दीवारों पर 2—2 किलोमीटर तक इस चित्रकला को लगाया जाएगा।
इसमें स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका निभाने वाले क्रांतिकारियों की कहानियों को बताया जाएगा। 120 फीट लंबी इस फड़ को 10 कलाकारों ने मिलकर तैयार किया है।
इस फड़ में किसान आंदोलन के विजय सिंह पथिक के साथ केशरीसिंह बारहठ की कहानियों को प्रदर्शित किया गया है। यह पहला मौका है जब राजपथ से क्रांतिकारियों की कहानियां पूरा देश निहारेगा।
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक लोक देवता देवनारायण के भक्ट चोचू भाट ने सबसे पहले उनकी फड़ बनाई थी। इसके बाद से फड़ कला का प्रारंभ हो गया।
फड़ चित्रकार कल्याण जोशी के मुताबिक गणतंत्र के मौके पर देश भर में चल रहे अमृत महोत्सव के तहत इस बार दिल्ली के राजपथ पर फड़ कला का अनूठा प्रदर्शन किया जाएगा।
इस बाद गणतंत्र दिवस पर आधुनिक चित्रकला के साथ पारंपरिक कला का मिश्रण एक नवीन प्रयोग पहली बार एक साथ देखने को मिलेगा।
विश्व प्रसिद्ध फड़ शैली को भीलवाड़ा के चित्रकार ओम प्रकाश सालवी, छीतर जोशी, राहुल पाठक, महेश विश्नोई, राहुल सिंह, और राम प्रसाद स्वामी की देखरेख में तैयार किया जा रहा है।