Sri Krishna जन्माष्टमी पर विशेष संयोग: भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव आज, छोटी काशी के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में भक्तों का प्रवेश नहीं

छोटी काशी जयपुर सहित प्रदेशभर में सर्वार्थ सिद्धि योग, रोहिणी नक्षत्र में आज भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्योत्सव जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा हैं। आज सुबह से ही छोटे मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। मंदिरों में श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध किया गया है।

जयपुर। 
छोटी काशी जयपुर सहित प्रदेशभर में सर्वार्थ सिद्धि योग, रोहिणी नक्षत्र में आज भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्योत्सव जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा हैं। आज सुबह से ही छोटे मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। मंदिरों में सुबह से ही उत्सवी माहौल दिखाई दिया। वहीं दूसरी ओर कोरोना के तीसरी लहर की आशंका के चलते जयपुर के आराध्य गोविंददेव जी मंदिर, अक्षयपात्र मंदिर, इस्कॉन मंदिर, राधा गोपीनाथ जी मंदिर में होने वाले कार्यक्रमों में भक्तों को प्रवेश नहीं दिया गया। मंदिरों में श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध किया गया है। ऐसे में मंदिर प्रबंधन की ओर से ठाकुरजी के ऑनलाइन दर्शन करने की व्यवस्था की गई है। 
मंगला आरती के बाद किया अभिषेक
गोविंददेवजी मंदिर में सुबह मंगला आरती के बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक कर पीली पोशाक एवं विशेष अलंकार धारण करवाएं गए। ठाकुर जी की फूलों से मनमोहक झांकी सजाई गई। मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि रात्रि 10 से 11 बजे तक श्रीजन्माष्टमी व्रत कथा का पाठ होगा। मध्यरात्रि 12 बजे वेदमंत्रों के साथ ठाकुरजी का पंचामृत से जन्माभिषेक किया जाएगा। इसके बाद ठाकुरजी को पंजीरी लड्डू, सागारी लड्डू, खीरसा, रबड़ी का भोग अर्पण किया जाएगा। नंदोत्सव के दिन झांकियों का समय मंगलवार सुबह शृंगार आरती के बाद गोविन्ददेव जी मंदिर में नंदोत्सव मनाया जाएगा। इस मौके पर बैंड वादन होगा और उछाल लुटाई जाएगी, लेकिन भक्तों का प्रवेश नहीं होगा।   मंगला आरती सोमवार रात्रि 11 से 11.15 बजे होगी। मंगलवार को  धूप आरती के सुबह 7.45 से 9 बजे, शृंगार आरती 9.30 से 10.15 बजे एवं राजभोग आरती के दर्शन 11 से 11.30 बजे तक होंगे।  वहीं ग्वाल आरती का समय शाम 5 से 5.30 बजे, संध्या आरती 6  से 7 बजे, एवं शयन आरती रात्रि 8 से 8.15 बजे तक रहेगा।
जगतपुरा कृष्ण बलराम मंदिर में ऑनलाइन कार्यक्रम
जगतपुरा स्थित कृष्ण बलराम मंदिर में सभी कार्यक्रम वर्चुअल होंगे। सिद्धस्वरूपदास ने बताया कि इस मौके पर भगवान का अभिषेक, शृंगार, हरिनाम संकीर्तन, बच्चों की प्रतियोगिताएं होगी। भक्त रात 10 बजे से दर्शन कर सकेंगे। 108 व्यंजनों की झांकी सजाई जाएगी। मानसरोवर धौलाई स्थित गिरिधारी दाऊजी इस्कॉन मंदिर में वृंदावन से  रत्न जड़ित पोशाक मंगवाई है। वहीं विदेशी फूलों से भगवान का शृंगार किया जाएगा। मध्यरात्रि में 108 स्वर्ण कलशों से अभिषेक होगा। मध्याह्न में हुआ जन्म चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में मध्याह्न 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। महंत मलय गोस्वामी ने वेद मंत्रों के साथ पूजन कर प्रभु का पंचामृत अभिषेक किया। इसके बाद ठाकुरजी को नूतन पोशाक धारण करवाई गई। ललित संप्रदाय के रामगंज स्थित मंदिर श्री लाड़लीजी में प्रभु की वात्सल्य भाव से पूजा अर्चना के बाद मध्याह्न में ठाकुरजी का विधि विधान पूर्वक अभिषेक किया गया। बधाइयां समाज पद गायन किए गए। शाम को नंदोत्सव मनाया जाएगा।