टोक्यो पैरालिंपिक में भारत को गोल्ड: टोक्यो पैरालिंपिक में जयपुर की अवनि ने शूटिंग में दिलाया गोल्ड मेडल, राजस्थान के चुरु के झाझरिया को सिल्वर
टोक्यो में चल रहे पैरालिंपिक खेलों में भारत के लिए एक के बाद एक अच्छी खबरें आ रही है। सिल्वर से शुरू हुई भारत की पदक की शुरूआत अब गोल्ड तक पहुंच गई। भारत को आज 1 गोल्ड मेडल, 2 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीतकर खुशी दोगुनी कर दी। जानकारी के मुताबिक टोक्यो पैरालिंपिक में आज भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल अविन लेखरा....
नई दिल्ली, एजेंसी।
टोक्यो (Tokyo) में चल रहे पैरालिंपिक खेलों (Paralympic Games)में भारत के लिए एक के बाद एक अच्छी खबरें आ रही है। सिल्वर से शुरू हुई भारत की पदक की शुरूआत अब गोल्ड तक पहुंच गई। भारत को आज 1 गोल्ड मेडल, 2 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीतकर खुशी दोगुनी कर दी। जानकारी के मुताबिक टोक्यो पैरालिंपिक (Tokyo Paralympics) में आज भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल अविन लेखरा(Avin Lakhera) ने 10 मीटर एयर राइफल में दिलाया। इसके साथ ही पुरुषों की एफ 56 कैटेगरी में योगेश कथुनिया(Yogesh Kathuniya) ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीता है। इसके साथ ही जेवलिन में भारत को देवेंद्र झाझारिया (Devendra Jhajharia) ने सिल्वर और सुंदर गुर्जर (Sundar Gurjar) ने ब्रॉन्ज मेडल दिलाया हैं। इसी के साथ भारत को 1 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल मिल गए।
राजस्थान(Rajasthan) की अवनि लेखरा ने शूटिंग में देश के लिए पहला गोल्ड मेडल(Gold medal) जीता। जयपुर(Jaipur) की रहने वाली अवनि लखेरा पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट(First Female Athlete) भी हैं। अवनि ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में 249 पॉइंट स्कोर कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इससे पहले उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में अवनि 7वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी।
अवनि को गोल्ड जीतने पर बधाइयों का तांता
गोल्डन गर्ल अवनी लेखरा (Golden Girl Avani Lakhera) के गोल्ड मेडल जीतते ही बधाई देने वालों का तांता लग गया है। सोशल मीडिया पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) तक ने उनको बधाई दी है। अवनि के घर पर जोरदार जश्न का माहौल है। CM अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि 'महिलाओं की 10 मीटर एआर स्टैंडिंग एसएच1 फाइनल में इतिहास रचते हुए उनका शानदार प्रदर्शन है। पूरे देश को उन पर बहुत गर्व है। भारतीय खेलों (Indian Games)के लिए बहुत अच्छा दिन है.Ó राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने भी पैरा ओलंपिक में निशानेबाजी में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने पर अवनि को बधाई दी। जोशी ने कहा कि देश आपकी जय-जयकार कर रहा है और आपकी उपलब्धि आने वाले वर्षों में राजस्थान खेलों के लिए एक चमकते सितारे के रूप में काम करेगी।
2012 में एक्सीडेंट के बाद मिली व्हीलचेयर
अवनि लेखरा (Avni Lakhera) बचपन से दिव्यांग नहीं थीं, बल्कि उनका और उनके पिता प्रवीण लेखरा का 2012 में जयपुर से धौलपुर जाने के दौरान एक्सीडेंट हो गया था। इस हादसे में दोनों गंभीर घायल हो गए थे। इसमें उनके पिता स्वस्थ हो गए, लेकिन अवनि को 3 माह अस्पताल में बिताने पड़े, इसके बावजूद उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट की वजह से वे चलने में असमर्थ हो गई। तब से व्हीलचेयर पर ही हैं।
राजस्थान के ही देवेंद्र झाझरिया ने दिलाया सिल्वर
पिछले दो बार के पैरालिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझरिया ने टोक्यो में इस बार भी पदक हासिल किया है। झाझरिया ने एफ46 कैटेगरी में 64.35 मीटर दूर भाला फेंका। जबकि सुंदर गुर्जर ने 64.01 मीटर का थ्रो किया। राजस्थान के चुरु जिले के देवेंद्र झाझरिया ने इससे पहले रियो पैरालिंपिक 2016 और एथेंस पैरालिंपिक 2004 में गोल्ड मेडल जीता था। झाझरिया के नाम भारत की ओर से पैरालिंपिक में 2 बार गोल्ड जीतने का रिकॉर्ड है। इस पदक के साथ ही देवेंद्र के पास अब कुल 5 पैरालिंपिक मेडल हो गए हैं। इसमें दो गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल है।
करौली के सुंदर का बेहतरीन प्रदर्शन
राजस्थान के करौली जिले के रहने वाले पैरालंपिक खिलाड़ी सुंदर गुर्जर ने जापान के टोक्यो में 64.01 मीटर जेवलिन थ्रो कर ब्रॉन्ज मेडल जीता है। सुंदर गुर्जर की इस सफलता से परिजन और गांव में खुशी का माहौल है। सुंदर गुर्जर के मेडल जीतते ही परिजन और ग्रामीणों ने एक-दूसरे को मिठाई बांटकर जीत की बधाइयां दी और पटाखे जलाकर खुशी का इजहार किया।