समय का फेर: वित्तमंत्री से ड्राइवर तक: 8 माह पूर्व तक किसी देश का फाइनेंस मिनिस्टर रहने वाले खालिद अब जीवन यापन के लिए चला रहे हैं कैब

समय का फेर देखो महज 8 माह तक किसी देश का 6 अरब डॉलर का खजाना संभालने वाले वित्त मंत्री अब जीवन यापन के लिए कार चला रहे हैं। हम बात कर रहे है अफगानिस्तान के वित्त मंत्री खालिद पाएंदा की। खालिद पाएंदा पिछले साल अगस्त तक अफगानिस्तान देश के वित्त मंत्री थे। 

नई दिल्ली, एजेंसी। 
समय का फेर देखो महज 8 माह तक किसी देश का 6 अरब डॉलर का खजाना संभालने वाले वित्त मंत्री अब जीवन यापन के लिए कार चला रहे हैं। 
हम बात कर रहे है अफगानिस्तान के वित्त मंत्री खालिद पाएंदा की। खालिद पाएंदा पिछले साल अगस्त तक अफगानिस्तान देश के वित्त मंत्री थे। 
वे अफगानिस्तान का 6 अरब डॉलर रुपए का खजाना संभाल रहे थे, लेकिन आज अमेरिका में कैब चलाकर जीवन यापन कर रहे है।


आपको बता दें कि अफानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो गया। अमेरिका की सेना यहां से चली गई तथा प्रेसिडेंट अशरफ गनी व इनके मंत्री आवाम को छोड़कर विदेश चले गए। 
खालिद भी इनमें से एक है। खालिद वॉशिंगटन डीसी में कैब चलाकर गुजारा कर रहे हैं। 
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक खालिद कहत हैं कि 95 डॉलर के बोनस के चक्कर में उन्हें दो दिन में 50 ट्रिप्स पूरी करनी है। उनके घर में पत्नी तथा चार बच्चे हैं। उनकी कुछ बचत से काम चल रहा है। 
अफगानिस्तान के बारे में उन्होंने कहा कि मेेरे मुल्क में हालात बेहद बदतर हो गए। महामारी तो थी, अब सूखा भी पड़ गया। दुनिया ने तमाम पाबंदियां लगा दी। 
इकोनॉमी तबाह हो गई। तालिबान ने महिलाओं की जिंदगी को बदतर बना दिया। 
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसका जिम्मेदार यहां की सरकार को ही बताया।


खालिद के मुताबिक कभी मैं इंटरनेशनल आफिसों में मुख्य अतिथि हुआ करता था, अब वहां पैसेंजर्स को पिक एंड ड्रॉप कर रहा हूं। 
मेरी जिंदगी का एक हिस्सा अफगानिस्तान में गुजरा तथा अब मैं अमेरिका में हूं। सच कहूं तो मैं अब कहीं का नहीं रहा। अपने मुल्क लौट नहीं सकता और यहां का कोई ठिकाना नहीं है। 
वॉशिंगटन डीसी में खालिद एक छोटे से अपार्टमेंट में रहते हैं। पाएंदा का परिवार अगस्त के पहले सप्ताह में ही अफगानिस्तान से अमेरिका पहुंच चुका था। खालिद ने बताया कि उन्होंने अफगानिस्तान में पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनाई थी। 
2008 वे खालिद पहली बार अमेरिका आए थे। अमेरिका के कहने पर ही अशरफ गनी ने 2016 में उन्हें डिप्टी वित्त मंत्री बनाया था।