DRDO का मिसाइल परीक्षण सफल: Defense research लगातार कर रहा है नई पीढ़ी की स्वदेशी मिसाइलों का परीक्षण, अब ओडिशा तट से Missile Pralay का किया सफल परीक्षण

भारत का रक्षा तंत्र लगातार नई पीढ़ी की मिसाइलों से अपडेट होता जा रहा है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से पिछले कुछ माह से लगातार एक एक कर सभी मिसाइल का सफल परीक्षण कर देश की सुरक्षा का विश्वास दिलाया।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
भारत का रक्षा तंत्र लगातार नई पीढ़ी की मिसाइलों से अपडेट होता जा रहा है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से पिछले कुछ माह से लगातार एक एक कर सभी मिसाइल का सफल परीक्षण कर देश की सुरक्षा का विश्वास दिलाया।
डीआरडीओ ने इसी कड़ी में बुधवार को स्वदेशी मिसाइल प्रलय का सफलता पूर्वक परीक्षण किया।
डीआरडीओ ने ओडिशा तट पर डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम द्वीप से मिसाइल का परीक्षण किया।
मिसाइल प्रलय के परीक्षण के दौरान इसने सभी उद्देश्यों को पूरा किया है। प्रलय मिसाइल ने वांछित अर्ध बैलिस्टिक प्रक्षेपवक्र का अनुसरण किया।


मिसाइल प्रलय ने नियंत्रण, मार्गदर्शन तथा मिशन एल्गोरिदम को प्रमाणित करते हुए पूर्ण सटीकता के साथ निर्दिष्ट लक्ष्य को हासिल किया।
डाउन रेंज के जहाजों सहित पूर्वी तट पर केंद्र बिंदु के पास तैनात सभी सेंसरों ने मिसाइल प्रलय के प्रक्षेपवक्र को परखा और सभी घटनाओं को कैप्चर किया।
यह मिसाइल ठोस प्रॉपेलेंट रॉकेट मोटर के साथ कई नई तकनीकों से संचालित होती है।
प्रलय मिसाइल की रेंज क्षमता 150-500 किलोमीटर है। जबकि  इसे मोबाइल लॉन्चर से लॉन्च किया जा सकता है। 

https://twitter.com/DRDO_India/status/1473566302887317505?s=20 


वहीं दूसरी ओर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ और उनकी टीमों को बधाई दी। सिंह ने सतह से सतह पर मार करने वाली आधुनिक मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ की सराहना की।
डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने कहा कि प्रलय  आधुनिक तकनीकों से लैस सतह से सतह पर मार करने वाली नई पीढ़ी की मिसाइल है।
इस हथियार को सैन्य प्रणाली में शामिल करने से सशस्त्र बलों को आवश्यक प्रोत्साहन मिलेगा।