भ्रष्ट अधिकारी को मिली जमानत: बहन की शादी के लिए आईपीएस मनीष अग्रवाल को मिली अंतरिम जमानत

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कोर्ट में आईपीएस मनीष अग्रवाल मामले में चालान पेश कर दिया। वहीं दूसरी ओर अग्रवाल ने हाईकोर्ट में बहन की शादी का हवाला देते हुए अंतरिम जमानत मांगी थी, इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मनीष को अंतरिम जमानत दे दी।

जयपुर। 
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB )ने कोर्ट में आईपीएस (IPS) मनीष अग्रवाल मामले में चालान पेश कर दिया। वहीं दूसरी ओर अग्रवाल ने हाईकोर्ट में बहन की शादी का हवाला देते हुए अंतरिम जमानत मांगी थी, इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मनीष को अंतरिम जमानत दे दी।  यहां आप को बता दें कि इससे पहले भ्रष्टाचार के मामले में ही गिरफ्तार आरएएस (RAS) पिंकी मीणा को स्वयं की शादी के लिए जमानत मिली थी। जानकारी के मुताबिक एसीबी ने करीबन चार हजार पेजों में अग्रवाल के साथ दलाल नीरज मीना , गोपाल सिंह की मिली—भगत और रिश्वत लेने का पूरा काला चिठ्ठा पेश किया है।

कोर्ट दस्तावेजों से चार्जशीट का पूरे दिन मिलान करते रहे। एसीबी ने अपने चालान में कहा है कि रिश्वत के लिए सभी मिलकर काम कर रहे थे। यहां संगठित तौर पर प्रशासनिक कर्मचारी और पुलिस अधिकारियों ने मिलकर संगठन बना रखा था। जहां पर एसडीएम स्तर पर कंपनियों को नोटिस जारी करने के साथ आवश्यक स्वीकृतियां नहीं दी जा रही थी, वहीं पुलिस के जरिए चालान करके धमकाया जा रहा था। मनीष अग्रवाल (Manish Agarwal) ने वसूली के लिए दलाल तय कर रखे थे, जिसके जरिए वह वसूली करता था। उसने रिश्वत राशि को लेकर इनसे मासिक बंधी भी बांध रखी थी। दलालों के जरिए अवैध वसूली केस में सबसे पहले नीरज की गिरफ्तारी हुई थी और वह 13 जनवरी से ही जेल में है। गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के मामले में दलाल नीरज मीणा को एसीबी ने आरएएस अफसरों के साथ गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद 2 फरवरी को दौसा के तत्कालीन एसपी मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया। इसको तीन फरवरी को एसीबी कोर्ट क्रम एक जयपुर में पेश किया गया जहां पर पहले उसे दो दिन के रिमांड पर सौंपा गया। उसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। गिरफ्तारी के बाद से ही आईपीएस मनीष अग्रवाल, दलाल नीरज मीणा और गोपाल सिंह तीनों जेल में बंद हैं।