राज्यपाल से पूर्व महाराजा ने की भेंट: प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र से सिरोही के पूर्व महाराजा रघुवीर सिंह ने की भेंट

राज्यपाल कलराज मिश्र से बुधवार को राजभवन में सिरोही के पूर्व महाराजा पद्मश्री रघुवीर सिंह देवड़ा ने मुलाकात की। राज्यपाल से देवड़ा की यह शिष्टाचार भेंट थी। मिश्र ने बुधवार शाम को माउन्ट आबू की नक्की झील के किनारे सपरिवार भ्रमण किया। राज्य की प्रथम महिला सत्यवती मिश्र सहित उनके परिजनों ने झील में बोटिंग भी की।


सिरोही। 
राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) से बुधवार को राजभवन में सिरोही के पूर्व महाराजा पद्मश्री रघुवीर सिंह देवड़ा (Raghuveer Singh Deora) ने मुलाकात की। राज्यपाल से देवड़ा की यह शिष्टाचार भेंट थी। राज्यपाल को पद्मश्री रघुवीर सिंह देवड़ा ने सिरोही रियासत और वहां से जुड़े इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1964 वर्ग मील में फैला आबू पर्वत सिरोही रियासत का ही अंगभूत था। राज्यपाल को उन्होंने आबू पर्वत पर स्थापत्य कला के मंदिरों, कुलदेवता सारणेश्वर महादेव और मेवाड़ के महाराणा कुम्भा द्वारा अचलगढ़ के अचलेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना आदि से जुड़े इतिहास के बारे में भी विस्तार से अवगत कराया। राज्यपाल मिश्र ने माउन्ट आबू की जैव विविधता और वहां पर जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत आ रहे बदलाव के बारे में भी पद्मश्री रघुवीर सिंह देवड़ा से चर्चा की।

राज्यपाल ने नक्की झील का सपरिवार भ्रमण किया
राज्यपाल कलराज मिश्र ने बुधवार शाम को माउन्ट आबू की सुप्रसिद्ध नक्की झील के किनारे सपरिवार भ्रमण किया। इस दौरान राज्य की प्रथम महिला सत्यवती मिश्र सहित उनके परिजनों ने झील में बोटिंग भी की। आबू के पहाड़ों के मध्य स्थित नक्की झील और दूर तक फैली हरियाली को देखकर राज्यपाल मिश्र अभिभूत हो गए। बाद में झील के किनारे स्थित नेशनल पार्क में देर तक सपरिवार उन्होंने रुक कर प्राकृतिक दृश्यावलियों का आस्वाद किया। उन्होंने कहा कि नक्की झील का समग्र परिवेश ही रमणीय है। राज्यपाल ने  राजस्थान के इस सुंदर पर्वतीय पर्यटन स्थल का पारिस्थितिकी अनुकूलता के अंतर्गत संरक्षण और विकास किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत पर्वतीय क्षेत्रों में आ रहे पारिस्थितिकीय बदलाव की चर्चा करते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान की मीठे पानी की सुप्रसिद्ध नक्की झील और इसके आस-पास के स्थलों को इकोलोजिकल जोन के अंतर्गत सावधानी रखते हुए संरक्षण करने के प्रयास इस तरह से हो कि यहां की जैव विविधता भी बची रहे। मिश्र ने इससे पहले नक्की झील स्थित नेशनल पार्क पर पहुंचने पर उपखण्ड अधिकारी अभिषेक सुराणा से झील विकास एवं पर्यावरण संरक्षण के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि झील की स्वच्छता को बरकरार रखते हुए पर्यावरण को शुद्ध रखने में जन भागीदारी सभी स्तरों पर सुनिश्चित होनी चाहिए।  नेशनल पार्क में नगर पालीका अध्यक्ष जीतू राणा ने राज्यपाल  मिश्र को नगर पालीका द्वारा तैयार माउंट आबू पर्यटन स्थलों से संबंधित मोमेंटो भेंट किया।