रीट पेपर आउट मामले में सरकार की सख्ती: Chief Minister अशोक गहलोत ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. जारौली को बर्खास्त, सचिव तथा दो सह आचार्य किया निलंबित
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद शनिवार को राज्य सरकार ने रीट परीक्षा में गड़बड़ी, कोताही एवं कर्तव्य में लापरवाही बरतने पर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. धर्मपाल जारौली को बर्खास्त करने के साथ ही तीन सरकारी कार्मिकों को निलंबित कर दिया है।
जयपुर।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद शनिवार को राज्य सरकार ने रीट परीक्षा में गड़बड़ी, कोताही एवं कर्तव्य में लापरवाही बरतने पर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. धर्मपाल जारौली को बर्खास्त करने के साथ ही तीन सरकारी कार्मिकों को निलंबित कर दिया है।
राज्य सरकार ने शनिवार को आदेश जारी कर कर्तव्यों की पालना में असफल रहने पर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. धर्मपाल जारौली को बर्खास्त किया है।
इसके साथ ही राज्य सरकार ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अरविंद कुमार सेंगवा, आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा के डॉ. सुभाष यादव सह आचार्य गणित, सहायक निदेशक (एचआरडी) तथा डॉ. बीएस बैरवा सह आचार्य रसायन शास्त्र, प्रशासन शाखा को निलम्बित किया है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए थे कि रीट परीक्षा में गड़बड़ी, कोताही एवं कर्तव्य में लापरवाही करने वाले सरकारी कार्मिकों को तत्काल निलंबित एवं बर्खास्त करने तक की कार्रवाई की जाए।
उन्होंने निर्देश दिए थे कि पेपर लीक एवं नकल आदि में शामिल हर व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि नकल, पेपर लीक आदि के संबंध में कठोर प्रावधानों के लिए राज्य सरकार बजट सत्र में कानून लाएगी।
भविष्य में भर्ती परीक्षाएं निर्विघ्न तरीके से संपन्न हो इसके लिए सुझाव देने हेतु रिटायर्ड हाईकोर्ट जज की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति भी बनाई जाएगी।