Kathak नर्तक पंडित बिरजू महाराज का​ निधन: प्रसिद्ध कथक नर्तक और पद्म विभूषण से सम्मानित बिरजू महाराज का हार्ट अटैक से निधन

प्रसिद्ध कथक नर्तक एवं पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित बिरजू महाराज का हार्ट अटैक से निधन हो गया।  83 साल के बिरजू महाराज ने दिल्ली के साकेत अस्पताल में अंतिम सांस ली। इधर उनके निधन की सूचना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यना​थ सहित कई दिग्गज हस्तियों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्

नई दिल्ली, एजेंसी। 
प्रसिद्ध कथक नर्तक एवं पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित बिरजू महाराज का हार्ट अटैक से निधन हो गया। 
83 साल के बिरजू महाराज ने दिल्ली के साकेत अस्पताल में अंतिम सांस ली। 
इधर उनके निधन की सूचना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यना​थ सहित कई दिग्गज हस्तियों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। 
बिरजू महाराज की पोती रागिनी के मुताबिक उनका पिछले एक माह से इलाज चल रहा था। बीती रात करीबन सवा 12 बजे बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। 
बिरजू महाराज के निधन की सूचना के बाद सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि का दौर शुरू हो गया। बॉलीवुड गायक अदनान सामी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि महान कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज जी के निधन की खबर से बहुत ज्यादा दुखी हूं। 
आज हमने कला के क्षेत्र का एक अनोखा संस्थान खो दिया।


वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महान कत्थक नृत्य कलाकार पंडित बिरजू महाराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
 प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि उनका निधन पूरे विश्व के लिये अपूरणीय क्षति है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि "भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है।
उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!"

कथक के साथ शास्त्रीय गायक भी थी बिरजू महाराज
बिरजू महाराज लखनऊ घराने से ताल्लुक रखते थे। इनका जन्म 4 फरवरी 1938 को लखनऊ में हुआ था। वहीं इनका असली नाम पंडित बृजमोहन मिश्र था। बिरजू महाराज कथक नर्तक होने के साथ साथ शास्त्रीय गायक भी थे। 
पंडित बिरजू महाराज को 2012 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। बिरजू महाराज ने यूं तो कई फिल्मों में नृत्य निर्देशन किया ​था, लेकिन देवदास, उमराव जान, बाजी राव मस्तानी जैसी कई ​फिल्म लोगों की जुबां पर रही। बाजीराव मस्तानी में मोहे रंग दो लाल गाने के लिए तो बिरजू महाराज को फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया।