केंद्रीय बजट पशुपालन—मत्स्य पालन पर जोर: केंद्रीय बजट में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के बजट में 44 प्रतिशत की वृद्धि, 8 करोड़ दूध उत्पादक किसानों की बढ़ेगी आय

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2022-23 में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के लिए 6,407.31 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। यह मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के बजट आवंटन में 44 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2022-23 में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के लिए 6,407.31 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
यह मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के बजट आवंटन में 44 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
पशुपालन और डेयरी विभाग के सचिव अतुल चतुर्वेदी ने बताया कि 2022-23 में पशुधन के लिए बजट में 40 प्रतिशत की वृद्धि की गई है और केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं में 48 प्रतिशत की वृद्धि की गई है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पशुधन और दूध उत्पादक किसानों के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।


चतुर्वेदी ने कहा कि सहकारी समितियों के लिए वैकल्पिक न्यूनतम कर और अधिभार में कमी से भारत में हजारों डेयरी सहकारी समितियों को लाभ होगा। इसके परिणामस्वरूप देश के 8 करोड़ दूध उत्पादक किसानों की आय बढ़ेगी।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन और राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम के लिए 2022-23 में बजट में 20 प्रतिशत की वृद्धि से स्वदेशी गोवंश की संख्या की उत्पादकता और गुणवत्तापूर्ण दूध उत्पादन में वृद्धि होगी, जिससे 8 करोड़ दूध उत्पादक किसानों को लाभ होगा।
पिछले वर्ष की तुलना में 2022-23 के लिए पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण के लिए निधि आवंटन में लगभग 60 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ‘वन हेल्थ मिशन’ के कार्यान्वयन से स्वस्थ पशुधन और स्वस्थ भारत सुनिश्चित होगा।