Rajasthan 62वीं कला प्रदर्शनी शुरू: राजस्थान ललित कला अकादमी में 62वीं कला प्रदर्शनी का शुभारंभ, कला एंव संस्कृति मंत्री कल्ला ने कलाकारों को किया सम्मानित
मंत्री डॉ बी डी कल्ला द्वारा 10 कलाकारों को श्रेष्ठ कृतियों के लिए पुरस्कृत किया गया। 584 कलाकृतियों का अवलोकन करने के पश्चात विभाग द्वारा इन 10 सर्वश्रेष्ठ कलाकृतियों का चयन किया गया था। इन कलाकारों को ट्रॉफी, स्मृतिचिन्ह के साथ—साथ 25 हज़ार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।
जयपुर।
कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ बी डी कल्ला के मुख्य आतिथ्य में झालाना स्थित राजस्थान ललित कला अकादमी परिसर में 62 वीं वार्षिक कला प्रदर्शनी का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में मंत्री डॉ बी डी कल्ला द्वारा 10 कलाकारों को श्रेष्ठ कृतियों के लिए पुरस्कृत किया गया। 584 कलाकृतियों का अवलोकन करने के पश्चात विभाग द्वारा इन 10 सर्वश्रेष्ठ कलाकृतियों का चयन किया गया था। इन कलाकारों को ट्रॉफी, स्मृतिचिन्ह के साथ—साथ 25 हज़ार रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।
कला प्रदर्शनी के अवलोकन उपरान्त सभी कलाकारों की प्रशंसा करते हुए डॉ कल्ला ने कहा कि कलाकारों ने शानदार कृतियां उकेरी है। कला एवं संस्कृति विभाग का मुख्य ध्येय प्रदेश के कलाकारों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराना तथा उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहन देना है।
डॉ कल्ला ने कहा कि कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में राज्य का प्रत्येक क्षेत्र अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है। विभिन्न क्षेत्रों की स्थापत्य कला, हस्त कला, लोक नृत्य, लोक गीत अपनी विशिष्टताऐं लिए हुए है।
राज्य की मांड गायकी की प्रशंसा स्वयं सुर साम्राज्ञी स्वर्गीय लता मंगेशकर भी कर चुकी हैं। कोरोना काल में कला से आजीविका उपार्जित करने वाला तबका सर्वाधिक प्रभावित हुआ, फिर भी कलाकारों ने निराश न होते हुए घरों से ही कला का सृजन किया।
भविष्य में सभी कलाकारों को एनएफटी टोकन देने का प्रावधान किया जाएगा ताकि यदि उनकी कलाकृति कहीं भी बिके तो उसका एक हिस्सा कलाकार तक आवश्यक रूप से पहुंचे।
कार्यक्रम में राजस्थान ललित कला अकादमी के प्रशासक एवं संभागीय आयुक्त, जयपुर दिनेश कुमार यादव, कला एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त शासन सचिव पंकज ओझा, राजस्थान ललित कला अकादमी के सचिव रजनीश हर्ष सहित विभाग के सभी अधिकारी एवं कलाकार उपस्थित रहे।