India कोरोना वैक्सीनेशन का एक साल: India में कोरोना वैक्सीनेशन का 1 साल, 156.76 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई

भारत में कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीनेशन अभियान को आज 1 साल हो गए। इस 1 साल में भारत के 156 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना के टीके की डोज दी गई। देश में 16 जनवरी 2021 को कोरोना की वैक्सीन अभियान को शुरू किया गया था।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
भारत में कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीनेशन अभियान को आज 1 साल हो गए। इस 1 साल में भारत के 156 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना के टीके की डोज दी गई। 
देश में 16 जनवरी 2021 को कोरोना की वैक्सीन अभियान को शुरू किया गया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में 66 लाख से अधिक (66,21,395) वैक्सीन की खुराक दी गई। 
इसी के साथ भारत का कोविड-19 टीकाकरण में 156.76 करोड़ (1,56,76,15,454) से अधिक लोगों को टीका लगाया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस उपलब्धि को 1,68,19,744 टीकाकरण सत्रों के जरिये प्राप्त किया है।
भारत में 64.31 प्रतिशत यानी 65.21 करोड़ लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं। जबकि 89.16 प्रतिशत यानी 90.41 करोड़ लोग सिंगल डोज लगवा चुके हैं। 
इस तरह 10.99 करोड़ लोगों को एक भी डोज नहीं लगा है। 25.19 करोड़ लोगों को दूसरी डोज दिया जाना है।
वहीं 2022 में 3 जनवरी से शुरू किए गए 15 से 18 साल के किशोरों के वैक्सीनेशन अभियान में आंध्र प्रदेश 87 प्रतिश के साथ टॉप पर है।


इसके बाद हिमाचल प्रदेश में 80 प्रतिशत किशारों को पहली खुराक दी गई। भारत में अब तक 3,25,28,416 किशोर पहली डोज लगवा चुके हैं। किशोरों में पंजाब राज्य सबसे पीछे है, यहां केवल 5 प्रतिशत ही किशोरों ने पहली खुराक ली।
हिमाचल प्रदेश देश में टॉप पर
देशभर में वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है। इसको लेकर हिमाचल प्रदेश ऐसा राज्य है जहां 100 प्रतिशत वयस्कों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी है। 
हिमाचल के बाद चंडीगढ़ और मध्य प्रदेश राज्य 100 प्रतिशत के नजदीक पहुंच गए। चंडीगढ़ में पहली डोज तो 100 प्रतिशत लोगों के लग गई, लेकिन दूसरी डोज में 90 प्रतिशत आंकड़ा चल रहा है। 
वहीं बात अगर राजस्थान की करें तो इसका नंबर 11 वें नंबर पर आ रहा हैं। राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज 93 प्रतिशत तो दूसरी डोज 72 प्रतिशत लोगों के लगी हैं। 
भारत में अधिकतर दो कंपनियों की वैक्सीन लगाई जा रही है। इनमें सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड व भारत बायोटेक की कोवैक्सिन लगाई जा रही है। 
सीरम के पास वैक्सीन बनाने की क्षमता हर माह 25 करोड़ और भारत बायोटेक की 5 करोड़ हैं। भारत के पास 10 करोड़ से ज्यादा का स्टॉक बताया जा रहा है।