विश्व: मास्को ने संयुक्त राष्ट्र पर जापोरिज्‍जया संयंत्र के परमाणु विशेषज्ञों को रोकने का आरोप दोहराया

समाचार एजेंसी डीपीए ने मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा के हवाले से कहा कि परमाणु संयंत्र के लिए अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) मिशन में किसी की दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा, संयुक्त राष्ट्र सचिवालय द्वारा की गई बेईमानी के कारण इसके दुखद परिणाम मिले हैं।

Russian Foreign Ministry spokeswoman Maria Zakharova. (Credit: Twitter/ @mfa_russia)

मास्को, 24 अगस्त। रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र पर दक्षिणी यूक्रेन में रूस के कब्जे वाले जापोरिज्‍जया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के विशेषज्ञों के मिशन को रोकने का आरोप लगाया है।

समाचार एजेंसी डीपीए ने मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा के हवाले से कहा कि परमाणु संयंत्र के लिए अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) मिशन में किसी की दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा, संयुक्त राष्ट्र सचिवालय द्वारा की गई बेईमानी के कारण इसके दुखद परिणाम मिले हैं।

यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर मार्च से रूसी सैनिकों का कब्जा है।

पिछले कई हफ्तों के दौरान संयंत्र के आसपास के क्षेत्र और पास के शहर एनरहोदर पर गोलाबारी की गई है, जिसमें रूस और यूक्रेन दोनों व्यापारिक हमलों के लिए जिम्मेदार हैं।

आशंका है कि युद्ध मिशन को नुकसान पहुंचा सकता है और संभावित रूप से परमाणु आपदा का परिणाम हो सकता है।

कीव और उसके पश्चिमी सहयोगी क्षेत्र से सैन्यीकरण की मांग कर रहे हैं। वे मॉस्को से भी सहमत हैं कि निरीक्षकों की एक टीम को यह सुनिश्चित करने के लिए जापोरिज्‍जया जाने की जरूरत है कि महत्वपूर्ण सुरक्षा और नियंत्रण प्रणाली काम कर रही है।

लेकिन आईएईए मिशन अब तक इस विवाद पर टिका हुआ है कि क्या विशेषज्ञ रूसी-नियंत्रित क्षेत्र के माध्यम से पहुंचेंगे या अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत यूक्रेनी क्षेत्र के कस्टमरी होगा।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के एक प्रवक्ता ने मास्को के इस दावे को बार-बार खारिज किया है कि संयुक्त राष्ट्र नेतृत्व मिशन में बाधा डाल रहा है।