विदेशों में जरूरी सामान की किल्लत: रूस—यूक्रेन जंग का असर अब आने लगा सामने, रूस में शक्कर के लिए मारामारी तो श्रीलंका में पेट्रोल पंप पर सेना तैनात

यूक्रेन के साथ रूस की जंग फिलहाल जारी है। ऐसे में इसके असर भी सामने आने शुरू हो गए। रूस में प्रतिबंधों के चलते जहां महंगाई आसमान पर पहुंच गई, वहीं अन्य देशों में भी हालात सही नहीं है। यूक्रेन में लोग जान बचाकर भागने का प्रयास कर रहे है।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
यूक्रेन के साथ रूस की जंग फिलहाल जारी है। ऐसे में इसके असर भी सामने आने शुरू हो गए। 
रूस में प्रतिबंधों के चलते जहां महंगाई आसमान पर पहुंच गई, वहीं अन्य देशों में भी हालात सही नहीं है। यूक्रेन में लोग जान बचाकर भागने का प्रयास कर रहे है।
 रूस में शक्कर के दाम 31 फीसदी तक बढ़ गए। कई स्टोर्स पर तो चीनी की खरीद तक तय कर दी। शक्कर की कमी के चलते सुपर मार्केट में हंगामा तक होना बताया जा रहा है। गों में शक्कर के लिए धक्का मुक्की तक हुई। 
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर प्रतिक्रिया तक सामने आ रही है। यूजर रूस में इस तरह के हालात के लिए राष्ट्रपति पुतिन को जिम्मेदार बता रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन पर हमले के बाद से कई देशों ने रूप के लिए प्रतिबंध लगा दिए। रूस के स्टोर्स पर ग्राहकों के लिए चीनी के लिए 10 किलो तक की खरीद सीमा तय कर दी गई। 
वहीं दूसरी ओर रूसी मीडिया रूस में पिछले दो सप्ताह से चीनी की कमी बता रही है तो सरकार इससे इनकार कर रही है। सरकार की माने तो रूस में शक्कर की कमी नहीं है। 
यहां के कारोबारियों की जमाखोरी के चलते ऐसी परेशानी हुई। रूस ने चीनी के निर्यात पर भी रोक लगा दी। रूस में चीनी के साथ ही कई प्रोडक्ट महंगे हो रही हैं। 
रूस में कार, घरेलू सामानों के साथ टेलीविजन जैसे दूसरे देशों से मंगाए जाने वाले सामान में तेजी देखने को मिल रही है। सरकार भले ही कुछ भी दावे करें, लेकिन रूस में महंगाई दर सात साल में सबसे अधिक के स्तर पर आ चुकी है।


आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका, पंप पर सेना 
इधर, भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में भी हालात खराब से हैं। श्रीलंका इन दिनों आर्थिक संकट से जूझ रहा है। यहां आवश्यक सामानों के भावों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है।
श्रीलंका में पेट्रोल—डीजल तथा गैस की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि श्रीलंका के पेट्रोल पंप पर सेना को तैनात किया जाना शुरू हो गया। 
पेट्रोल पंप पर लोगों की लंबी लंबी कतारें लगी हुई है। श्रीलंका में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ने के साथ ही इनकी ​किल्लत भी हो गई। लोग कई घंटों तक पेट्रोल पंप पर कतार में खड़े तेल खरीद रहे है। 
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पंप की कतार में घंटों तक खड़े रहने से तीन बुजुर्गों की मौत तक हो गई। इस घटना के बाद सरकार ने सेना तैनात करने का फैसला लिया।
 सेना के जवान तेल बांटने में मदद करेगी। इससे हालात खराब नहीं हो। देश के सभी पेट्रोल पंप पर सेना के कम से कम दो जवान तैनात किए जाएंगे। 
सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक सेना की तैनाती जनता के अधिकार ​छीनने के लिए नहीं, बल्कि जमाखोरी की शिकायतों के साथ लोगों को वितरण में मदद करना है। 
पेट्रोल पंप के साथ गैस स्टेशन पर भी सेना के जवानों को तैनात किया जा रहा है। 
ऐसी सूचना है कि पेट्रोल डीजल समेत कई जरूरी चीजों की किल्लत के चलते छिटपुट​ हिंसा की खबरें आई है।