नाटो समिट में रूस—यूक्रेन जंग की चर्चा: अमेरिकी राष्ट्रपति ने नाटो समिट में रूस को जी—20 से बाहर करने की अपील, रूस को अर्थव्यवस्था से काटने की तैयारी
बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में नाटो समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस—यूक्रेन जंग को लेकर संबोधित किया। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन पर रूस ने हमला किया, इसके चलते रूस को औद्योगिक तथा विकासशील देशों के समूह जी—20 से बाहर कर देना चाहिए।
नई दिल्ली, एजेंसी।
बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में नाटो समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस—यूक्रेन जंग को लेकर संबोधित किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन पर रूस ने हमला किया, इसके चलते रूस को औद्योगिक तथा विकासशील देशों के समूह जी—20 से बाहर कर देना चाहिए।
बाइडेन ने कहा कि ऐसा करने से रूस दुनिया की बड़ी अर्थ व्यवस्था से कट जाएगा।
इसके बाद बाइडेन ने कहा कि अगर नाटो के सदस्य देश रूस को हटाने से सहमत नहीं होते हैं तो यूक्रेन को इसकी मीटिंग्स में हिस्सा लेने की अनुमति दी जानी चाहिए।
इतना ही नहीं, जो बाइडेन ने कहा कि अगर रूस ने यूक्रेन पर केमिकल वेपन का इस्तेमाल किया तो नाटो इसका जवाब देगा।
दुनियाभर में जी 20 देशों की हिस्सेदारी करीब 70 फीसदी से अधिक है। विश्व की दो तिहाई आबादी यहीं रहती है।
आप को बता दें कि रूस पहले से ही पश्चिमी देशों की ओर से लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों की मार झेल रहा है।
2014 में रूस द्वारा क्रीमिया पर कब्जा करने के बाद उसे जी 8 से बाहर कर दिया गया था। अब अगर रूस को जी 20 से बाहर निकाला जाता है तो यह एक शक्तिशाली कदम होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि नाटो पहले कभी एकजुट नहीं हुआ, जितना अब हुआ है। यूक्रेन पर रूस द्वारा हमले के बाद पुतिन को उनके इरादे के बिल्कुल विपरीत परिणाम मिल रहे है।
अमेरिका में यूक्रेनी रिफ्यूजियों का स्वागत करने के लिए तैयार है। आप को बता दें कि जी 20 एक ऐसा समूह है, जिसमें 19 सदस्य देश हैं और 20वां यूरोपीयन यूनियन है।
हर साल जी 20 शिखर सम्मेलन में आर्थिक मामलों पर चर्चा होती है। इस समूह में अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, तुर्की, दक्षिण अफ्रीका, सउदी अरब, रूस, मैक्सिको, इटली, जापान, इंडोनेशिया, भारत, जर्मनी, फ्रांस, यूरोपीय संघ, चीन, कनाडा, ब्राजील, आस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना शामिल है।
ये सभी देश मिलकर दुनिया की 80 प्रतिशत जीडीपी को संभालते है। जी 20 को विश्व का सबसे शक्तिशाली देशों के समूह जी 7 के विस्तार के रूप में देखा जा रहा है।