श्रीलंका में महंगाई और भुखमरी: श्रीलंका के बिगड़ते आर्थिक हालात, तंगी के चलते श्रीलंका से भारत आ रहे हैं लोग, भारत ने आर्थिक मदद का किया ऐलान

भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोगों को दैनिक जरूरतों का सामान तक मुहैया नहीं हो पा रहा।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोगों को दैनिक जरूरतों का सामान तक मुहैया नहीं हो पा रही। 
भुखमरी और महंगाई से परेशान लोग भारत का रुख कर रहे हैं। समुद्र के रास्ते लोग भारत आ रहे है और लोगों से मदद मांग रहे है। 
वहीं दूसरी ओर भारत की ओर से भी श्रीलंका को आर्थिक मदद पहुंचाई जा रही है। 
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका में 400 ग्राम दूध तकरीबन 800 रुपए तक बेचा जा रहा है। वहीं 1 किलो चावल 500 रुपए में मिल रहे है। 
पेट्रोल तथा गैस के लिए सरकार ने सेना को तैनात पहले ही कर दिया। एक रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को 16 श्रीलंकाई लोग समुद्र के रास्ते भारत आए है।
 इनमें एक दंप​ती चार माह के बच्चे को लेकर भारत पहुंचा। 
श्रीलंका से भारत आए शरणार्थियों के अनुसार चावल, दूध के अलावा हर जरूरत का सामान महंगा बेचा जा रहा है।
 लोगों को एक किलो चीनी के 300 रुपए चुकाने पड़ रहे है।
मंगलवार को श्रीलंका से एक दल रामेश्वर तट के पास टापू पर फंस गया था। 
यहां से भारतीय तटरक्षक बल ने इन्हें बचाकर भारतीय तट पर पहुंचाया। इसके बाद देर रात 10 और लोगों को बचाया गया। एक दल में दंपती के साथ चार माह का बच्चा भी बताया जा रहा है। 
ये लोग स्वयं के साथ मासूम बच्चे की जान जोखिम में डालकर भारत आए है। 
शरणार्थियों के मुताबिक श्रीलंका में कुछ सप्ताह से महंगाई और भुखमरी लगातार बढ़ रही है।
 मछुआरों को भारतीय समुद्र सीमा में दाखिल कराने के लिए भी रुपए देने पड़ रहे है। 
आर्थिक विश्लेषकों के मुताबिक श्रीलंका दिवालिया घोषित हो सकता है। जनवरी माह में श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 2.36 अरब डॉलर रह गया था। 
श्रीलंका पर चीन सहित कई देशों का कर्ज बताया जा रहा है। श्रीलंका को अगले 12 माह में करीन 54 हजार करोड़ रुपए का कर्च चुकाना है। 
इसमें से 68 प्रतिशत चीन का हिस्सा है। इधर, भारत की ओर से श्रीलंका के लिए मदद के हाथ बढ़ाया गया है। 
भारत ने पड़ोसी देश को 90 करोड़ डॉलर से ज्यादा का कर्ज देने की घोषणा की है।