सिरोही चिकित्सा विभाग, खेल लापरवाही का: सिरोही कलेक्टर ने ​कोविड टीकाकरण कार्य में लापरवाही बरतने पर सीएमएचओ को दिया नोटिस, आदतन सीएमएचओ ने नहीं दिया जवाब तो थमाई चार्जशीट

सिरोही सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार को कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में सिरोही कलेक्टर ने चार्जशीट दी है। इससे पहले कलेक्टर ने सीएमएचओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, लेकिन सीएमएचओ ने इसका कोई जवाब नहीं दिया।

गणपत सिंह मांडोली \ गजेंद्र सिंह राठौड़

सिरोही। 
सिरोही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में लगातार एक के बाद एक घोर लापरवाही उजागर हो रही हैं। चिकित्सा विभाग के मुखिया मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्य के प्रति लापरवाही बरत रहे है। कोरोना महामारी काल में जब केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से वैक्सीनेशन को लेकर गंभीरता बरती जा रही है, वहीं सिरोही सीएमएचओ ने इस कोरोना वैक्सीनेशन मे गंभीर लापरवाही बरती और टारगेट का 50 प्रतिशत भी लक्ष्य हासिल नहीं किया। इतना ही नहीं, सीएमएचओ से कार्य में इस लापरवाही पर जिला कलेक्टर सिरोही ने जब कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा तो इन्होंने इस नोटिस तक को नजरअंदाज कर दिया।

आदतन सिरोही सीएमएचओ ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। ऐसे में सिरोही कलेक्टर ने सीएमएचओ को चार्जशीट थमा दी। 
अब सिरोही कलेक्टर ने सीएमएचओ को 15 दिन का समय देते हुए अपना पक्ष रखने की मोहलत दी है, इसमें भी अगर सीएमएचओ ने जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ एक तरफा कार्रवाई की जाएगी। 


इस मामले में दी गई चार्जशीट 
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सरकार सख्त है और अधिक से अधिक टीकाकरण के प्रयास कर रही है। ऐसे में सिरोही जिले में कोरोना टीकाकरण की प्र​गति कम पाई गई। टीकाकरण की समीक्षा बैठक में सिरोही जिले में 12 से 14 वर्ष तक के बच्चों में महज 41 प्रतिशत ही टीकाकरण हो पाया। जबकि 15 से 18 वर्ष के बच्चों में दूसरी डोज में भी 54 प्रतिशत ही टीकाकरण होना बताया गया। सिरोही जिले में वैक्सीनेशन की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। इस पर जिला कलेक्टर डॉ भंवर लाल ने सीएमएचओ सिरोही डॉ राजेश कुमार को बार बार मौखिक व पत्राचार से वैक्सीनेशन में सुधार करने की जरूरत बताई। लेकिन हालात में सुधार नहीं होने पर सिरोही कलेक्टर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया। 


सीएमएचओ ने कलेक्टर के नोटिस का नहीं दिया जवाब
सिरोही जिले में कोरोना वैक्सीनेशन में संतोषजनक स्थिति नहीं पाए जाने पर कलेक्टर डॉ भंवर लाल द्वारा सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। कलेक्टर की ओर से 30 मार्च को वैक्सीनेशन के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसके बावजूद भी जब सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार की ओर से नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो 4 अप्रैल 2022 को सिरोही कलेक्टर ने सीएमएचओ को चार्जशीट थमा दी।

नोटिस या किसी भी आदेश का जवाब नहीं देना आदत में है डॉ राजेश कुमार की
सिरोही सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार आदतन लापरवाह साबित हो रहे हैं। किसी भी नोटिस का जवाब देना या फिर किसी भी सरकारी आदेशों की पालना करने में सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार अपनी मनमर्जी चला रहे है। यह पहली बार नहीं है, जब सीएमएचओ ने सिरोही कलेक्टर के आदेशों की अवेहलना की है। इससे पहले भी सीएमएचओ सिरोही राजेश कुमार राज्य सूचना आयोग, सिरोही जिला प्रभारी मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के सचिव, उप सचिव के साथ संयुक्त सचिव तक के आदेशों को दरकिनार कर चुके है। सिरोही ​जिले के प्रभारी मंत्री ने सीएमएचओ डॉ राजेश को 7 दिवस में सूचना के अधिकारी अधिनियम के तहत प्रार्थी को सूचना उपलब्ध करवाने के आदेश दिए थे, लेकिन सीएमएचओ 11 माह बाद भी आदिनांक तक सूचना नहीं दी। 

सिरोही सीएमएचओ की लापरवाही के लिए पढ़े ये खबर:—

सिरोही जिला प्रभारी मंत्री, सूचना आयोग, चिकित्सा विभाग के सचिव, उप सचिव और संयुक्त सचिव के आदेशों तक को सिरोही सीएमएचओ ने किया दरकिनार

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2021 में भी सीएमएचओ राजेश कुमार को मिली थी चार्जशीट
ऐसा नहीं है कि सिरोही सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार को पहली बार चार्जशीट दी गई। इससे पहले भी डॉ राजेश कुमार को कार्य में लापरवाही बरतने के मामले को लेकर कई दफा चार्जशीट दी गई है। गत वर्ष2021 में राजस्थान विधानसभा के प्रश्न का जवाब समय पर नहीं देने के मामले में डॉ राजेश कुमार को जयपुर से चार्जशीट दी गई थी।

तत्कालीन शासन उप ​सचिव संजय कुमार की ओर से दी गई चार्जशीट में बताया गया कि 15वीं विधानसभा में दूसरे सत्र में प्रश्न संख्या 144 का जवाब सिरोही सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार से तत्काल प्रभाव से मांगा गया। बार बार जवाब मांगने के बावजूद समय रहते सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार ने जवाब नहीं दिया। इसके बाद जब जवाब दिया तो उसमें  भी गलत जानकारी तैयार करवाकर विधानसभा में भेज दी। ऐसे में शासन उप सचिव ने कार्य के प्रति लापरवाही और उदासीनता बरतने पर राजेश कुमार को चार्जशीट दी थी।