परिवार में कोहराम: 8 महीने की गर्भवती पत्नी को छोड़कर देश के लिए फर्ज निभाते हुए शहीद हो गया सीकर का लाल
Sikar Jawan Martyr: आईटीबीपी के जवानों से भरी बस (ITBP Bus Accident) के मंगलवार को खाई में गिर जाने से 7 जवान शहीद हो गए जिनमें से एक जवान राजस्थान के सीकर जिले का था।
सीकर | Sikar Jawan Martyr: आईटीबीपी के जवानों से भरी बस (ITBP Bus Accident) के मंगलवार को खाई में गिर जाने से 7 जवान शहीद हो गए जिनमें से एक जवान राजस्थान के सीकर जिले का था। ये बस अमरनाथ यात्रा संपन्न होने के बाद ड्यूटी से वापस लौट रहे आईटीबीपी के जवानों को लेकर श्रीनगर में चंदनवाड़ी से पहलगाम आ रही थी तभी बीच रास्ते में बस के ब्रेक फेल हो गए और बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई।
ढाई महीने पहले ही छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर लौटा था जवान
हादसे का शिकार हुई बस में आईटीबीपी के 38 जवान और दो जम्मू कश्मीर के पुलिसकर्मी सवार थे। इस दुखद घटना में सीकर के धोद शाहपुरा का रहने वाला लाल सुभाषचंद्र बेरवाल भी शहीद हो गया। सुभाषचंद्र ढाई महीने पहले ही छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर लौटा था। जब परिवार को बेटे के शहीद होने की सूचना मिली तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। गांव वालों में शोक छा गया।
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पत्नी है आठ महीने की गर्भवती, रीट की कर रही तैयारी
बस हादसे में शहीद हुए जवान 28 साल के सुभाषचंद्र की शादी चार साल पहले 8 मार्च 2018 को सरला देवी से हुई थी। शादी के तीन साल बीत जाने के बाद जवान को घर में नए मेहमान के आने की खुशियां मिलने वाली थी। उसकी पत्नी सरला 8 महीने की गर्भवती है और सीकर में कमरा किराए पर लेकर रीट परीक्षा की तैयार कर रही है। सुभाषचंद्र की साल 2013 में आईटीबीपी में नौकरी लगी थी।
शहीद के कंधों पर ही थी परिवार की जिम्मेदारी
बस हादसे में शहीद हुए जवान के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने कारण सुभाषचंद्र के कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी थी। पिता व छोटा भाई खेती की जमीन कम होने के कारण मजदूरी करके अपना काम चला रहे हैं। छोटी बहन और भाई कुंवारे हैं उनकी भी शादी करनी थी। लेकिन उससे पहले ही नीयती ने सबकुछ बदल दिया।